कन्नौज जिले के छिबरामऊ कोतवाली क्षेत्र में मां के बहके कदम से न सिर्फ बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया, बल्कि मां की ममता भरा आंचल भी छूट गया। पिता की हत्या के बाद गुमसुम खड़े मासूम खामोश नजरों के साथ लोगों को निहार रहे थे। अब इन तीन मासूमों की परवरिश कौन करेगा।
फिलहाल इसका जवाब किसी के पास नहीं है। लोगों के बीच चर्चा है कि पत्नी की हरकतों से तंग होने के बावजूद राजू ने गृहस्थी बचाने की काफी कोशिश की, लेकिन शिखा ने पूरे परिवार को बर्बाद कर दिया। मोहल्ले के लोगों की जुबान पर शिखा से जुड़ी कई चर्चाएं सामने आईं।
सिकंदरपुर निवासी राजू शर्मा की शादी 10 साल पहले तिर्वा कोतवाली के ग्राम गांगेमऊ निवासी शिखा शर्मा से हुई थी। राजू के तीन बच्चे नंदिनी (08), वंदिनी (06) और ऋषभ (04) हैं। लोगों के मुताबिक राजू के मित्र सगीर से उसकी नजदीकी थी। दोनों के बीच प्रेम प्रसंग चल रहा है।
32 दिनों बाद तलाश कर लाया था घर
शादी से पहले वह अपने प्रेमी के साथ भाग गई थी। शादी के बाद तीन साल पहले भी वह प्रेमी के साथ चली गई थी। 32 दिनों बाद राजू उसे तलाश कर घर ला पाया। उसने पत्नी के साथ संबंध बेहतर बनाने की कोशिश की पर सुधार नहीं हुआ और उसका प्रेम प्रसंग सगीर से हो गया।
ससुराल व मायके पक्ष ने तोड़ लिए थे संबंध
इस बार प्रेमी सगीर के साथ मिलकर पति राजू शर्मा की हत्या में शिखा शर्मा पुलिस की हिरासत में है। शिखा के चालचलन के कारण ससुराल व मायके पक्ष ने संबंध तोड़ लिए। प्रेम प्रसंग में रोड़ा बनने पर पत्नी ने प्रेमी के साथ मिलकर पति को मौत के घाट उतार दिया।
बच्चों के बयान ने साफ कर दी तस्वीर
राजू का शव मिलने के बाद पुलिस ने तीनों बच्चों के साथ अलग-अलग बात की। तीनों बच्चों ने अलग-अलग बयान पुलिस को दिए। तीनों के बयान में समानता थी, जिससे हत्याकांड की तस्वीर साफ हो गई। पुलिस के मुताबिक बच्चों ने सगीर पर ही हत्या का आरोप लगाया है।
घूंसे से किया वार, फिर चुनरी से दबाया गला
पुलिस से जुड़े लोगों के मुताबिक राजू शर्मा के बच्चों को मेले में छोड़ने के बाद सगीर सीधा राजू के घर पहुंचा और तकिए से मुंह दबा दिया, पर सांस नहीं टूटी। इसके बाद सगीर ने घूंसे और पैर से राजू के मुंह और शरीर पर पहले कई वार किए, जिससे वह चुटहिल तो हुआ लेकिन जान नहीं गई।