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उन्नाव। शहर के कुंदनरोड 132 केवी पावर हाउस के स्टोर में लगी शुक्रवार देर शाम लगी आग से एक कर्मचारी की बच्ची झुलस गई। देखते ही देखते लपटों ने विकराल रूप ले लिया। घटना से अधिकारियों में हड़कंप मच गया। आनन-फानन बिजली उपकेंद्र को बंद कराया गया और पांच दमकलों को लगाकर आग बुझाने का काम शुरू हुआ। विभागीय, प्रशासनिक और पुलिस के अधिकारी भी मौैके पर पहुंचे हैं। आग लगने दौरान शहर, शुक्लागंज, जिला अस्पताल सहित कई ग्रामीण क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई है। अधिकारियों के अनुसार आग बुझाने का काम चल रहा है। रात 12 बजे तक आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद है।
उन्नाव-शुक्लागंज मार्ग पर स्थित कुंदन रोड पावर हाउस परिसर में ही स्टोर भी है। शुक्रवार शाम करीब सात बजे चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी श्रीनारायण से उसकी 15 वर्षीय बेटी नैना ने पावर हाउस के अंदर लगे पेड़ से जामुन तोड़ने के लिए कहा। कर्मचारी ने एक लोहे का पाइप उछाला तो वह पेड़ से टकराने के बाद पास से निकली बिजली की लाइन में छू गया। तार से चिंगारी से घास फूस पर जा गिरी। कुछ देर बाद तेज धुआं के साथ लपटें उठने लगीं तो परिजन पहुंचे और नैना को एक नर्सिंगहोम में भर्ती कराया। बिजली विभाग के स्टोर में तैनात कर्मियों ने उच्चाधिकारियों और अग्निशमन केंद्र को सूचना दी। आनन-फानन सभी उपकेंद्रों की आपूर्ति बंद कर दी गई।
शहर के अग्निशमन केंद्र से चार दमकल पहुंचीं और आग बुझाने की कोशिश शुरू की। पहुंच गईं। शाम करीब 8:30 बजे पुरवा से एक और दमकल बुलाई गई। स्टोर में काफी संख्या में ट्यूवबेल कनेक्शन से संबंधित तार, एबीसी के बंडल, ट्रांसफार्मर, सहित अन्य सामान रखा है, जिसमें से अधिकतर सामान जल गया है। गनीमत रही कि अग्निशमन जवानों ने लपटों को तेल से भरे रखे ड्रमों तक नहीं पहुंचने दिया वर्ना बड़ा हादसा हो जाता।
एसडीओ टाउन राकेश कुमार ने बताया कि पावर ट्रांसफार्मर तक आग पहुंचने से पहले ही उसे बुझा दिया गया था। इससे पावर ट्रांसफार्मर सुरक्षित हैं। एहतियात के लिए आपूर्ति बंद की गई है। जैसे ही आग पूरी तरह से बुझ जाएगी आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। बताया कि रात 12 बजे तक आपूर्ति पूरी तरह सामान्य हो जाएगी।
इनसेट
लपटें देख भागे कर्मचारी
पॉवर हाउस परिसर में कर्मचारियों के लिए आवास भी बने हैं। काले धुएं का गुबार और तेज लपटों से यहां रहने वाले कर्मचारियों के परिवार दहशत में आ गए। कुछ लोग तो पहले ही भागकर उपकेंद्र से बाहर चले गए तो कुछ को अग्निशमन जवानों ने सुरक्षित बाहर भेजा।
इनसेट
शुक्लागंज मार्ग पर जाम ट्रैफिक डायवर्जन
आग की तेज लपटें देख मुख्य मार्ग से निकल रहे वाहन सवार दहशत में आ गए और तेज धमाके जैसी आवाज के साथ ही लपटें और तेज होने से वाहन सवार पावर हाउस से पहले ही रुक गए। इससे दोनों तरफ वाहनों की कतारें लग गईं। शुक्लागंज की तरफ से आने वाले वाहनों को पहले तो उन्नाव से शुक्लागंज की ओर जाने वाली लेन से ही निकाला गया। बाद में जाम की स्थिति बनने पर गंगा बैराज और शुक्लांगज की ओर से शहर की ओर आने वाले वाहनों को आजाद मार्ग चौराहा होते हुए कानपुर-लखनऊ हाईवे से भेजा गया।
मचा हड़कंप, दौड़े अफसर
सावर हाउस में आग लगने की सूचना से जिला प्रशासन में हड़कंप मच गया। डीएम अपूर्वा दुबे के निर्देश पर एडीएम नरेंद्र सिंह, एसडीएम सदर अंकित शुक्ला, सीएफओ सुरेंद्र सिंह, एक्सईएन प्रथम हेमेंद्र सिंह, एसडीओ राकेश कुमार व कोतवाल अवनीश कुमार मिश्रा सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। रात देरशाम तक आग बुझाने की कवायद चलती रही।
गनीमत रही पावर ट्रांसफार्मर तक नहीं पहुंची लपटें
132 केवी कुंदनरोड पावर हाउस में एक तरफ स्टोर बना है। वहीं दूसरी ओर बिजली घर भी है। जिसमें पावर ट्रांसफार्मर लगे हैं और इससे जिला अस्पताल सहित छह उपकेंद्रों को बिजली आपूर्ति दी जाती है। पावर हाउस में आग लग जाने के बाद एहतियात के तौर पर पावर ट्रांसफार्मर बंद कर दिए गए। इससे जिला अस्पताल, कब्बाखेड़ा, काशीराम कालोनी, शुक्लागंज, ऐरा भदियार, अचलगंज व सिटी पावर हाउस उपकेंद्रों से जुड़े क्षेत्रों की बिजली आपूर्ति ठप हो गई। वहीं, शहर के कुंदनरोड, कलक्टरगंज, शेखपुर, मगरवारा, अकरमपुर, सिविल लाइन, कब्बाखेड़ा, इंदिरानगर, आदर्शनगर, गांधीनगर, करोवन, मौहारीबाग, पूरननगर, छोटे व बड़े चौराहा, शाहगंज, तालिबसराय, कंजी, रामपुरी, दरोगाबाग आदि क्षेत्रों की बिजली गुल हो गई। वहीं अस्पताल प्रशासन ने जनरेटर चलाया। जिससे मरीजों को राहत मिल सकी।
काफी हुआ है नुकसानएक्सईएन कहना है कि स्टोर के जिस हिस्से में ज्यादा नुकसान हुआ है उस तरफ अधिकांश पुराना और कबाड़ सामान ही था। एक-दो दिन बाद ही क्षति का ठीक से आंकलन हो पाएगा।
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