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संवाद न्यूज एजेंसी
उन्नाव। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सिंगरोसी गांव के पास शुक्रवार रात करीब 10 बजे अज्ञात वाहन की टक्कर से बाइक सवार प्राइवेट शिक्षक की मौत हो गई। जबकि उसका साथी घायल हो गया। पुलिस दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने प्राइवेट शिक्षक को मृत घोषित कर दिया। शनिवार को पोस्टमार्टम में देरी पर परिजनों ने हंगामा किया। बाद में पुलिस के समझाने पर शांत हुए।
सदर कोतवाली के गांव पटकापुर पतारी गांव निवासी धीरेंद्र सिंह उर्फ पप्पू (48) निजी स्कूल में शिक्षक थे। शुक्रवार को गांव के ही साथी गुलाब सिंह (45) के साथ बाइक से रायबरेली जिले के लालगंज के गांव उमरापुर एक पारिवार के विवाद में सुलह-समझौता कराने के मामले में गए थे।
देर रात घर लौटते समय उन्नाव-रायबरेली मार्ग निर्माणाधीन होने से धीरेंद्र आजाद मार्ग के रास्ते हाईवे पर आ गए। कानपुर-लखनऊ हाईवे पर सदर कोतवाली के सिंगरोसी गांव के पास रात करीब दस बजे अज्ञात वाहन टक्कर मारते हुए निकल गया। इससे धीरेंद्र सिंह की मौत हो गई, जबकि साथी गुलाब सिंह घायल हो गया।
पुलिस ने दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर ने धीरेंद्र को मृत घोषित कर दिया। शनिवार दोपहर करीब एक बजे तक अस्पताल चौकी पुलिस की ओर से पंचनामा की प्रक्रिया पूरी ना किए जाने से परिजन आक्रोशित हो गए और हंगामा करने लगे।
सूचना पर अस्पताल चौकी से सिपाही पहुंचा और परिजनों को शांत कराकर पंचनामा भरवाया और पोस्टमार्टम कराया। पति की मौत से पत्नी सरला और बच्चों में शिवा और शिवानी, पिता बजरंगी और अन्य परिजन बेहाल हैं।
छोटे के बाद अब बड़े बेटे ने भी छोड़ा साथ
हादसे का शिकार हुए मृतक धीरेंद्र सिंह दो भाईयों में बड़े थे। उनके छोटे भाई जितेंद्र सिंह की करीब चार साल पहले नहर में डूबने से मौत हो गई थी। छोटे भाई की मौत के बाद धीरेंद्र ही परिवार का सहारा थे। पहले छोटे और बाद में बड़े बेटे की मौत से पिता बजरंगी और अन्य परिजन बेहाल हैं।
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