[ad_1]
संवाद न्यूज एजेंसी, मथुरा
Published by: मुकेश कुमार
Updated Sat, 26 Feb 2022 08:42 PM IST
सार
मथुरा श्रीजी शिवाशा एस्टेट निवासी विजय कुमार राजपूत पुत्री गुंजिता सिंह को लेकर परेशान हैं। गुंजिता यूक्रेन के कीव शहर में फंसी हुई है। उसने वीडियो के माध्यम से मदद की गुहार लगाई है।
यूक्रेन के कीव शहर में फंसी मथुरा की छात्रा गुंजिता सिंह अपनी दोस्त के साथ वीडियो भेजकर केंद्र सरकार से मदद मांगी है। छात्रा ने कहा है कि यहां पर खाने पीने की मुसीबत हो रही है। अब कीव में लगाकर बमबारी हो रही है। फिलहाल छात्रा व अन्य छात्र बंकर में रह रही हैं। उसके साथ में इंदौर की छात्रा मानसी भी है।
गुंजिता सिंह ने वीडियो जारी करके कहा है कि 24 फरवरी से यहां के हालात बेहद ही खराब हैं। कुछ देर के लिए स्टोर खुलता है, वहां पानी व अन्य सामान खत्म हो जाता है। कभी-कभी तो भूखे ही सोना पड़ता है। कुछ सामान है, जिससे घर पर ही बनाकर खा लेती हूं। बहुत ही भयावह स्थिति है।
रात में होती है बमबारी
वीडियो ने छात्रा ने कहा कि रात के वक्त तो बम गिरते रहते हैं। सो नहीं पाती हूं। बाजार कभी खुलता है तो कभी नहीं खुलता है। कॉलेज की तरफ से कुछ मदद मिल जाती है। खतरनाक स्थिति बनती जा रही है। यूक्रेन में सबसे ज्यादा कीव में खतरनाक स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने मीडिया से भी अपील की है कि भारत सरकार पर दबाव डाले कि वहां पर जो भी विद्यार्थी फंसे हैं, उन्हें निकाला जाए। पूरा रात नहीं सो पाते हैं। बाहर निकलने पर पाबंदी है। अगर हम कुछ खाने पीने का सामान लेने के लिए बाहर निकलते हैं तो खुद के ही रिस्क पर जाते हैं।
विस्तार
यूक्रेन के कीव शहर में फंसी मथुरा की छात्रा गुंजिता सिंह अपनी दोस्त के साथ वीडियो भेजकर केंद्र सरकार से मदद मांगी है। छात्रा ने कहा है कि यहां पर खाने पीने की मुसीबत हो रही है। अब कीव में लगाकर बमबारी हो रही है। फिलहाल छात्रा व अन्य छात्र बंकर में रह रही हैं। उसके साथ में इंदौर की छात्रा मानसी भी है।
गुंजिता सिंह ने वीडियो जारी करके कहा है कि 24 फरवरी से यहां के हालात बेहद ही खराब हैं। कुछ देर के लिए स्टोर खुलता है, वहां पानी व अन्य सामान खत्म हो जाता है। कभी-कभी तो भूखे ही सोना पड़ता है। कुछ सामान है, जिससे घर पर ही बनाकर खा लेती हूं। बहुत ही भयावह स्थिति है।
रात में होती है बमबारी
वीडियो ने छात्रा ने कहा कि रात के वक्त तो बम गिरते रहते हैं। सो नहीं पाती हूं। बाजार कभी खुलता है तो कभी नहीं खुलता है। कॉलेज की तरफ से कुछ मदद मिल जाती है। खतरनाक स्थिति बनती जा रही है। यूक्रेन में सबसे ज्यादा कीव में खतरनाक स्थिति बनी हुई है।
उन्होंने मीडिया से भी अपील की है कि भारत सरकार पर दबाव डाले कि वहां पर जो भी विद्यार्थी फंसे हैं, उन्हें निकाला जाए। पूरा रात नहीं सो पाते हैं। बाहर निकलने पर पाबंदी है। अगर हम कुछ खाने पीने का सामान लेने के लिए बाहर निकलते हैं तो खुद के ही रिस्क पर जाते हैं।
[ad_2]
Source link