हाईवे बंद होने से जगह-जगह फंसे हजारों तीर्थयात्री
वर्तमान समय में पहाड़ों की सैर बवालेजान बनती जा रही है। बद्रीनाथ के छिनका में शाम करीब छह बजे भूस्खलन होने से बद्रीनाथ हाईवे अवरुद्ध हो गया। जिससे यहां हाईवे के दोनों ओर से हजारों की संख्या में तीर्थयात्री फंस गए हैं। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंद किशोर जोशी ने बताया कि हाईवे खुलने पर तीर्थयात्रियों को गंतव्य की ओर भेज दिया जाएगा। उधर, पातालगंगा में सुरंग के ऊपर से चट्टान से भूस्खलन हुआ।
बुधवार को बारिश के बावजूद भी छिनका में सुबह से ही हाईवे सुचारू रहा। जिससे यात्रा वाहनों की आवाजाही होती रही। शाम छह बजे भारी बारिश के दौरान अचानक पहाड़ी से टनों मलबा खिसक कर हाईवे पर आ गया। जिससे हाईवे के दोनों ओर से यात्रा वाहनों की लंबी लाइन लग गई। कई तीर्थयात्रियों ने हाईवे के शीघ्र न खुलने से पीपलकोटी, चमोली, बिरही, नंदप्रयाग में रुकने का निर्णय लिया, जबकि कई तीर्थयात्री हाईवे खुलने का इंतजार करते रहे।
वहीं, बद्रीनाथ धाम से चार किलोमीटर पहले कंचन गंगा में सीमा सडक संगठन की ओर से वाहनों की आवाजाही के लिए गदेरे में पत्थर और मिट्टी बिछाकर वाहनों की आवाजाही करवाई जा रही है। यहां हाईवे बेहद तंग हालत में पहुंच गया है।
मंगलवार को कंचन गंगा के उफान पर आने से करीब 100 मीटर हिस्सा बह गया था। यहां गदेरे से ही वाहनों की आवाजाही करवाई जा रही है। कई वाहन गदेरे में फंसे देखे गये। बीआरओ के अधिकारियों का कहना है कि मौसम सामान्य होने पर यहां हाईवे का सुधारीकरण कार्य किया जाएगा। हाइवे के सुधरते ही फंसे हुए यात्रियों को गंतव्य तक भेजने का कार्य किया जायेगा।