भाजपा के विधानसभा मार्च के दौरान पटना पुलिस के लाठीचार्ज में भाजपा नेता की मौत के बाद सिसायत गरमा गई है। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि भाजपा कार्यकर्ताओं पर पटना में हुए लाठीचार्ज राज्य सरकार की विफलता और बौखलाहट का नतीजा है। महागठबंधन की सरकार भ्रष्टाचार के किले को बचाने के लिए लोकतंत्र पर हमला कर रही है। जिस व्यक्ति पर चार्जशीट हुई है, उसको बचाने के लिए बिहार के मुख्यमंत्री अपनी नैतिकता तक भूल गये हैं।
भाजपा नेताओं ने नीतीश सरकार पर जमकर हमला बोला और इस घटना को लोकतंत्र की हत्या बता दिया। वहीं बिहार भाजपा के सह प्रभारी और सांसद हरीश द्विवेदी ने कहा कि लोकतंत्र के इतिहास का काला दिन, बिहार की ठगबंधन की सरकार के कुशासन के खिलाफ बिहार भाजपा द्वारा लोकतांत्रिक तरीके से किये जा रहे विधानसभा मार्च पर बिहार पुलिस द्वारा क्रूरता पुर्ण तरीके से भाजपा पदाधिकारी की हत्या कर देना बताता है कि बिहार में जंगलराज का साम्राज्य है। इस अत्याचार का जबाब बिहार की जनता देगी।
बिहार भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सम्राट चौधरी ने कहा कि आखिर ये कौन सी महागठबंधन सरकार की लोकतांत्रिक व्यवस्था है, जिसमें भाजपा के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर लाठी तानने की अनुमति है। नीतीश बाबू आपके अंदर उपजे भय का प्रमाण है। भ्रष्टाचार और परिवारवाद के किले को बचाने के लिए अंधी, बहरी और गूंगी ठगबंधन की सरकार लाठी और गोलों के जोर पर पूरे बिहार को हांकना चाहती है। चच्चा-भतीजा की जोडी ये जान ले, बिहार संपूर्ण क्रांति की भूमि रही है, अंहकारी और दम्भी सरकार को देश में नहीं चलने दिया था।लाठी के दम पर बिहार नहीं चलेगा!
पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा के आंदोलन को निर्मम तरीके से कुचलने कोशिश की गई। हमारे एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई। पटना की लाठीचार्ज में उनके सिर में गंभीर चोट लगी। सुशील मोदी ने कहा कि पटना पुलिस लाठीचार्ज के बाद भी नहीं रुकी, भाजपा नेताओं को गिरफ्तार भी कर लिया। वहीं पूर्व मंत्री शाहनवाज हुसैन ने कहा कि हम इन गिरफ्तारी से डरने वाले नहीं है। हम बिहार की बेहतरी के लिए लडते रहेंगे। लोकतंत्र की हत्या की जा रही है। हमलोग शांतिपूर्व तरीके से आगे बढ रहे थे इतने में पुलिसकर्मी लाठी बरसाने लगे।भाजपा के आंदोलन से बिहार सरकार डर गई है।