अक्षत टाइम्स संवाददाता, लखनऊ, 29 सितंबर। सितंबर माह बाल कैंसर जागरूकता माह के रूप में मनाया जाता है। देश-विदेश में इस माह में कैंसर पीड़ित बच्चों और उनके परिवारों की ताकत, धैर्य और दृढ़ता को सम्मानित किया जाता है व जागरूकता पैदा की जाती है। ताकि बच्चों का इलाज सही समय पर व सही कैंसर सेंटर में किया जा सके। कैनकिड्स संस्था ने नेशनल हेल्थ मिशन के साथ इस माह जागरूकता कार्यक्रमों को आयोजित किया। इस साल हमारा विषय है “कैंसर से पीड़ित बच्चे जीवित रह सकते हैं और आगे बढ़ सकते हैं।“ सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में इसी थीम पर कई गतिविधियाँ आयोजित की गईं।
इसके अंतर्गत सितंबर महीने के दौरान बहुत सारी जागरूकता गतिविधियाँ उत्तर प्रदेश में की गयी, जैसे- अस्पताल आधारित-गतिविधि, मुख्य चिकित्सा अधिकारियों के साथ बैठक, स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण, स्कूल और कॉलेज जागरूकता, सामान्य जागरूकता आदि शामिल हैं। इस महीने के दौरान पांच जिलों (सीतापुर, लखीमपुर खीरी, उन्नाव, रायबरेली और शाजहाँपुर) और 14 सीएचसी में आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षण दिया गया। इन प्रशिक्षणों द्वारा कुल 637 आशा कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित किया गया है। अयोध्या और सुल्तानपुर में एमओआईसी की बैठक के दौरान भी जागरुकता का कार्य किया। साइंस सिटी और पुस्तक मेले में कैंसर सर्वाइवर्स द्वारा नुक्कड़ नाटक का भी आयोजन किया गया।
29 सितंबर को कैनकिड्स पेरेंट्स एंड सर्वाइवर्स फोरम और चाइल्डहुड कैंसर अवेयरनेस एक्टिविटीज (हाइब्रिड) का आयोजन किया गया। इस एक्टिविटी में पूरे उत्तर प्रदेश और अन्य राज्यों से माता-पिता और कैंसर प्रभावित बच्चों ने भाग लिया। विशेषज्ञ डॉक्टर कैंसर मरीजों और उनके अभिभावकों द्वारा पूछे गए सवालों का जवाब दिया गया।
मरीजों और उनके माता-पिता द्वारा उठाए गए प्रश्नों का उत्तर डॉ. अर्चना कुमार- अपोलो अस्पताल और कल्याण सिंह सुपर स्पेशलिटी अस्पताल से डॉ. गीतिका पंत ने दिया। इस आयोजन में कुल 172 माता-पिता और कैंसर रोगियों ने भाग लिया। डॉ.अर्चना कुमार और डॉ.गीतिका पंत ने मरीजों और उनके अभिभावकों के सभी सवालों का जवाब दिया। 29 सितंबर को कैंसर सर्वाइवर और स्टेट कोऑर्डिनेटर डॉ. योगिता भाटिया ने उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्या और वित्त मंत्री सुरेश खन्ना से मुलाकात की और उनको कैनकिड्स की गतिविधियों से अवगत कराय। यह जागरूकता गतिविधि कैनकिड्स राज्य टीम के कैंसर सर्वाइवर्स द्वारा की गई।