लखनऊ। नगराम थाना अंतर्गत पालखेड़ा गांव में देर रात खेत से भिंडी तोड़कर बेटियों के संग साइकिल से घर लौट रहे किसान सोहनलाल (50) को भतीजों ने कुल्हाड़ी से काटकर मार डाला। ग्रामीणों के एकजुट होने पर हत्यारोपी घटनास्थल से भाग निकले। सूचना मिलते ही मौके पर आलाधिकारियों समेत भारी पुलिस बल पहुंच गया।
पुलिस ने परिजनों से पूछताछ के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कोशिश की, लेकिन ग्रामीण हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए हंगामा करने लगे। हालांकि, मौजूद आलाधिकारियों ने कार्रवाई किए जाने का आश्वासन देते हुए ग्रामीणों को शांत कराया है।
डीसीपी दक्षिण तेज स्वरूप सिंह के मुताबिक, पालखेड़ा गांव में किसान सोहनलाल पत्नी गुड्डा देवी व बेटे मोहित व दो बेटी मालती और वर्षा के साथ रहते थे। पत्नी गुड्डा देवी ने बताया कि मंगलवार शाम पति सोहनलाल बेटी मालती और वर्षा के साथ खेत में लगी भिंडी तोड़ने गए थे। शाम करीब सात बजे वह खेत से घर लौट रहे थे। उनका आरोप है कि कुछ ही दूरी पर बनी झोपड़ी भतीजे धनीराम, हरीराम, मनीराम ने अपने मौसरे भाई के साथ बैठकर शराब पी रहे थे।
पति को आता देख हत्यारोपियों ने उन पर कुल्हाड़ी से हमला कर दिया। बीच-बचाव के दौरान हत्यारोपियों ने उनकी बेटियों को भी नहीं बख्शा। चीखने-चिल्लाने पर भतीजों ने बेटियों से भी मारपीट की। बेटी मालती ने बताया कि पापा साइकिल पर भिंडी की बोरी लाद कर आगे चल रहे थे।
रास्ते में पड़ने वाले ट्यूबवेल के पास पहुंचते ही चचेरे भाई उन पर लाठी लेकर टूट पड़े थे। जिससे किसान का सिर फट गया और वह खून से लथपथ हो जमीन पर गिर गया था। तभी मनीराम का मौसेरा भाई कुल्हाड़ी लेकर आ धमका और सोहनलाल की गर्दन पर वार कर दिया। जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
ग्रामीणों ने हंगामा कर गिरफ्तारी की मांग
डीसीपी दक्षिण ने बताया कि वारदात के बाद गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात कर दिया गया है। जब पुलिस ने शव को कब्जाने में लेने का प्रयास किया तो, मौजूद परिजन भड़क गए। परिजन हत्यारोपियों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। एडीसीपी शंशाक सिंह,एसीपी राधा रमण सिंह ने आक्रोशित ग्रामीणों व परिजनो को समझा बुझाकर कार्रवाई किए जाने का आश्वासन दिया। तब आक्रोशित परिजनों का गुस्सा शांत हुआ। इसके बाद किसान के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया।
हत्यारोपी भाईयों से भिड़ी बेटियां
पिता सोहनलाल की जान बचाने के लिए बेटी मालती और वर्षा हत्यारोपी भाईयों से भिड़ गई। बेटी वर्षा ने बताया कि वह अपने पिता को छोड़ने के लिए मनीराम से गुहार लगा रही थी। पर, उसने किसी की बात नहीं सुनी। आरोपियों ने किसान की पत्नी और बड़ी बेटी को जमकर पीटा था। वर्षा के मुताबिक वह किसी तरह से बच कर मदद मांगने के लिए ग्रामीणों के पास पहुंची थी। इस बीच मनीराम, धनीराम, हरीराम और उनका मौसेरा भाई भाग गए थे
जादू टोना कराने का लगाया था आरोप
पत्नी गुड्डा के मुताबिक भतीजे काफी वक्त से उन्हें परेशान कर रहे थे। जमीन हड़पने की नियत से पूर्व में भी गलत आरोप लगाए थे। हत्यारोपियों को शक था कि सोहनलाल जादू टोना कराता है। जिसके कारण मनीराम के परिवार को सम्पन्न नहीं हो पा रहा है और कई दिक्कते बनी हुईं हैं।