दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में थोड़ी देर में सुनवाई होगी। दिल्ली में शराब नीति घोटाले से उपजे मनी लॉन्ड्रिंग मामले में केजरीवाल को गिरफ्तार किया गया है। उन्होंने अपनी गिरफ्तारी को असंवैधानिक बताया है। न्यायमूर्ति संजीव खन्ना और दीपांकर दत्ता की बेंच इस मामले में सुनवाई कर सकती है। केजरीवाल पहले ही सुप्रीम कोर्ट में कह चुके हैं कि स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हर लोकतंत्र में जरूरी हैं। ऐसे में लोकसभा चुनाव के समय उनकी गिरफ्तारी लोकतंत्र पर हमला है।
केजरीवाल ने ईडी की कार्रवाई के खिलाफ कहा कि जिस तरह से उन्हें गिरफ्तार किया गया और जिस समय लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उन्हें गिरफ्तार किया गया, जब आचार संहिता लागू हो चुकी थी। इससे साफ है कि एजेंसी बिना किसी कारण के जानबूझकर उन्हें परेशान कर रही हैं। चुनाव को प्रभावित करने के उद्देश्य से ही उनकी गिरफ्तारी हुई है। तिहाडॉ जेल जाने के बाद केजरीवाल अपने स्वास्थ्य को लेकर भी जेल प्रशासन और सरकार पर गंभीर आरोप लगाते रहे हैं। उनका दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर जेल प्रशासन उन्हें इंसुलिन नहीं दे रहा है, जबकि वह लंबे समय से सुगर के मरीज हैं।
आतिशी सिंह और सुनीता केजरीवाल करेंगी चुनाव प्रचार
केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने वॉक फॉर केजरीवाल की शुरुआत की है। पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ आम आदमी पार्टी के समर्थक पैदल चलकर केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ धरना प्रदर्शन करेंगे। केजरीवाल की पत्नी सुनीता पार्टी के लिए लोकसभा चुनाव प्रचार की जिम्मेदारी संभालेंगी। केजरीवाल की गैरमौजूदगी में आतिशी सिंह और सुनीता केजरीवाल पार्टी के उम्मीदवारों के लिए वोट मांगेंगी।
आम आदमी पार्टी लोकसभा चुनाव 2024 के लिए विपक्षी दलों के गठबंधन का हिस्सा है। दिल्ली की चार सीटों पर आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार हैं। इसके अलावा पंजाब में पार्टी अकेले चुनाव लड़ रही है। गुजरात में भी आम आदमी पार्टी ने अपने उम्मीदवार उतारे हैं।