एंटी करप्शन की टीम ने तहसीलदार के पेशकार को रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा, गिरफ्तार

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विरासत की संपत्ति गलत दर्ज होने पर सही दाखिल खारिज के नाम पर बदायूं जनपद के तहसील दातागंज के तहसीलदार रविंद्र प्रताप सिंह के पेशकार राजीव कुमार शर्मा ने किसान पर दबाव बनाया। किसान ने एंटी करप्शन को सूचना दी। टीम ने जाल बिछाया। पेशकार को तहसीलदार न्यायालय कक्ष में पांच हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया और थाना मूसाझाग ले गए। जहां इंस्पेक्टर की तहरीर पर पेशकार के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के अंतर्गत रिपोर्ट दर्ज कराई।

तहसील दातागंज क्षेत्र के गांव केशोपुर कला निवासी नंद किशोर पुत्र जगदीश चंद्र जिला बरेली के थाना सुभाष नगर क्षेत्र के मोहल्ला गणेश नगर के गली नंबर एक में रहते हैं। उनके पिता की मौत हो गई थी। पिता के नाम पर गांव अधरऊ के गाटा संख्या 381 की जमीन विरासत में उन्हें मिली लेकिन तहसील के कागजों में विरासत गलत हो गई थी।

वह कुछ दिनों से जमीन का दाखिल खारिज अपने नाम पर कराने का प्रयास कर रहे थे लेकिन तहसील दातागंज के तहसीलदार का पेशकार राजीव कुमार शर्मा इसके एवज में 20 हजार रुपये मांग रहा था। नंद किशोर ने इतने रुपये होने से मना किया तो पेशकार ने कहा कि चलो 10 हजार रुपये ही दे दो। नंद किशोर के इतने पर असमर्थता जताने पर पेशकार ने कहा कि कम से कम पांच हजार रुपये तो देने होंगे। वह दवाब डालने लगा। जिसके चलते नंद किशोर ने बरेली एंटी करप्शन टीम से शिकायत की।

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एंटी करप्शन टीम के सीओ यशपाल सिंह के निर्देशन में ट्रैप टीम के प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार वर्मा ने पेशकार को रंगे हाथ पकड़ने का जाल बिछाया। बुधवार दोपहर नंद किशोर तहसीलदार न्यायालय कक्ष में पहुंचे। उन्होंने पेशकार को पांच हजार रुपये दिए। वैसे ही गेट के बाहर मौजूद एंटी करप्शन टीम पहुंच गई। पेशकार को गिरफ्तार कर लिया।

टीम उसे थाना मूसाझाग लेकर गई। जहां उसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई। टीम पेशकार को बरेली ले गई। एसडीएम दातागंज धर्मेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि पेशकार रिश्वत लेते पकड़ा गया है। मामले की जांच कराई जाएगी। इसमें अगर किसी की संलिप्तता मिली तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।

पेशकार को रंगे हाथ पकड़ने के बाद एंटी करप्शन टीम उसे तहसीलदार न्यायालय कक्ष से बाहर निकालकर गाड़ी में बैठाने जा रही थी। इसी दौरान तहसील के सुरक्षाकर्मी ने टीम को रोक लिया। सादी वर्दी में होने की वजह से पहचान नहीं हुई। टीम के एक सदस्य ने सुरक्षाकर्मी को अपना परिचय दिया तो सुरक्षाकर्मी दूर चला गया। तहसील में काम कर रहे बाहर के लोग तहसील से भाग गए। पेशकार ने गाड़ी में बैठाने का विरोध किया तो टीम ने धक्का देकर उसे गाड़ी में बैठाया।

शिकायत मिलने पर जाल बिछाया गया था। तहसीलदार के पेशकार को पांच हजार रुपये लेते रंगे हाथ पकड़ा है। थाना मूसाझाग में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है। तहसीलदार की संलिप्तता के संबंध जांच कराई जाएगी- यशपाल सिंह, सीओ, एंटी करप्शन।

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