नई दिल्ली। दिल्ली से गिरफ्तार आईएसआईएस आतंकी रिजवान अली से पूछताछ में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक रिजवान दिल्ली में ब्लास्ट की तैयारी कर रहा था। उसने दिल्ली के जामिया और ओखला में यमुना के तटीय इलाकों में कंट्रोल ब्लास्ट किए थे। इतना ही नहीं आईएसआईएस के पुणे मॉड्यूल के पकड़े जाने के बाद वह दिल्ली में नए मॉड्यूल को तैयार करने में जुटा था।
जानकारी के मुताबिक पूछताछ में यह खुलासा हुआ है कि आतंकी रिजवान आतंक के कमांडर फरतुल्लाह गोरी के सीधे संपर्क में था। रिजवान ने पुणे में कंट्रोल आईईडी ब्लास्ट की ट्रेनिंग ली थी। पुणे पुलिस के शिकंजे से बाहर निकलने के बाद रिजवान महाराष्ट्र और गुजरात के अलग-अलग शहरों में छिपा रहा। फरारी के दौरान भी वह फरतुल्लाह गोरी के संपर्क में था।
बता दें कि लंबे अर्से से फरार आतंकी रिजवान को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने अपने नेटवर्क को लगातार एक्टिव कर रखा था। कहा जा रहा है कि उसने अपने कुछ साथियों के साथ दिल्ली और मुंबई के वीवीआइ्रपी इलाकों की रेकी की थी। उसे इससे पहले दिल्ली पुलिस ने साल 2018 में गिरफ्तार किया लेकिन लंबी पूछताछ के बाद उसे छोड़ दिया गया था। आतंकी रिजवान की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली पुलिस व अन्य जांच एजेंसी अलर्ट मोड पर है। सरोजिनी नगर मार्केट, लाजपत नगर मार्केट, खान मार्केट सहित अन्य मार्केटों में मोस्ट वॉन्टेड आतंकवादियों के पोस्टर चस्पा किए गए हैं।
इससे पहले अधिकारियों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एक टीम ने एक गुप्त सूचना के आधार पर दिल्ली-फरीदाबाद सीमा पर उसे गिरफ्तार किया है। उसके पास से एक अवैध बंदूक बरामद की गई है। एनआईए ने आईएसआईएस के आतंकवादी रिजवान अब्दुल हाजी अली पर 3 लाख रुपये का इनाम घोषित किया था।