बाराबंकी। डिजिटल यूपी की सच्चाई एक वायरल स्क्रीनसाट में देखी जा सकती है। मनरेगा पोर्टल पर अपलोड की गई फोटो के हिसाब से मजदूर इस समय हाफ स्वेटर, जैकेट और मफलर बांधकर काम कर रहे हैं। भीषण चिपचिपी गर्मी से जहां आमजन काफी व्याकुल हैं तो वही विकास खंड देवा के ग्राम पंचायत दाउदपुर में मनरेगा मजदूर हाफ स्वेटर जैकेट और मफलर बांधकर काम करते नजर आ रहे हैं। यह बात हम नहीं कह रहे हैं। मनरेगा के पोर्टल पर अटेंडेंस के समय अपलोड की गई फोटो में यह दृश्य दिख रहा है जिसका स्क्रीन शॉट सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। हालांकि अक्षत टाइम्स डॉट काम इस वायरल फोटो की पुष्टि नहीं करता है।
सरकार की महत्वकांक्षी योजना महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है। इसका एक जीता जागता उदाहरण बुधवार को विकास खण्ड देवा के ग्राम पंचायत दाऊदपुर में देखने को मिला। इस ग्राम पंचायत में मनरेगा योजना के तहत पक्की डामर रोड से खड़हरा तालाब तक खारजा की सफाई का कार्य कराया जा रहा है। इस कार्य पर बुधवार की सुबह 7ः23 बजे मस्टर रोल संख्या 4794 पर मजदूरों के कार्य करने की फोटो अपलोड की गई। इस फोटो में मजदूर हॉफ स्वेटर, जैकेट और मफलर बांध कर कार्य कर रहे हैं। इस मस्टर रोल पर गिरिराज, सैद, दुर्गेश, विजय कुमार, रामलखन, लतीफ, रामसजीवन, शमीम, राजेश कुमार और माया देवी की हाजिरी ऑन लाइन दर्ज की गई है।
जहां इतनी गर्मी में आम आदमी व्याकुल दिखाई दे रहा है। वहीं मनरेगा योजना के तहत मजदूर गर्म कपड़ों में काम कर रहे हैं। यह भ्रष्टाचार का जीता जागता उदाहरण है। मजदूरों की पुरानी फोटो अपलोड कर फर्जीवाड़ा किया जा रहा है। बारिश के मौसम में उक्त खारजा में पानी होना लाजमी है और पानी होने की दशा में मनरेगा से मजदूरों द्वारा खारजा की सफाई कैसे की जा सकती है। जबकि फोटो में खारजा सूखी दिख रही है। इस संबंध में जब ग्राम प्रधान से बात की गई तो फोन उनके बेटे रंजीत ने उठाया और उन्होंने बताया कि मनरेगा में फोटो अपलोड करने का काम रोजगार सेवक दिनेश कुमार करते हैं। इस मामले में उन्हीं को जानकारी होगी। उपायुक्त मनरेगा ब्रजेश त्रिपाठी ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी होगा उसके विरुद्ध कार्रवाई होगी।