कानपुर। फर्रुखाबाद रूट पर बर्राजपुर स्टेशन के पास मुडेरी गांव के समीप कालिंदी एक्सप्रेस के लोको पायलट ने जैसे ही इमरजेंसी ब्रेक लगाई, तेज आवाज होने पर यात्रियों में चीख-पुकार मच गई। खिड़कियों से यात्री बाहर की तरफ झांकने लगे, लेकिन अंधेरा होने के कारण कुछ समझ में नहीं आया।
यात्रियों ने गार्ड से इमरजेंसी ब्रेक लगाने के बारे में पूछा तो कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला। सूनसान स्थान पर अचानक ट्रेन रूकने से यात्री घबराने लगे तो उन्हें बताया गया कि लाइन पर कोई चीज पड़ी थी, इसलिए ट्रेन रोकी गई। करीब 20 मिनट बाद ट्रेन रवाना होने पर यात्रियों ने राहत की सांस ली।
ट्रेन के फर्रुखाबाद पहुंचने पर जब यात्रियों को पता चला कि ट्रेन को पलटाने की साजिश थी, लाइन पर भरा सिलिंडर रखा गया था। आरपीएफ, जीआरपी और रेलवे कर्मियों में यह बातचीत सुनकर यात्री घबरा गए। इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि स्पीड करीब 60 किमी की गति के ऊपर बताई जा रही है।
इस कारण अचानक सामने लाइन पर सिलिंडर देखकर लोको पायलट को इमरजेंसी ब्रेक लगाना पड़ा। मुडेरी गांव के पास एक्सप्रेस करीब 20 मिनट खड़ी रही। इस बीच पुलिसकर्मी, आरपीएफ जवानों को रेलवे लाइन पर देखकर यात्री परेशान हो गए। सिलिंडर को रेलवे लाइन से हटाकर ट्रेन को आगे के लिए रवाना किया। तब जाकर यात्रियों की दुबिधा खत्म हुई।
इज्जतनगर मंडल के पीआरओ राजेंद्र सिंह ने बताया कि डिविजन की टीम, आरपीएफ मामले की जांच कर रही है। पुर्वोत्तर रेलवे की जांच कमेटी भी बनाई गई है। बोतल में कोई तरल पदार्थ मिला है जिसके पेट्रोल होने की आशंका है, मगर इसकी पुष्टि जांच के बाद ही हो सकेगी। माचिस और झोले में मिला पदार्थ जो कोई विस्फोटक की तरह प्रतीत हो रहा है। उसे भी जांच के लिए कब्जे में लिया गया है।