नेपाल सीमा पर दिखने लगा बवाल का असर, पेट्रोल-डीजल की किल्लत

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लखीमपुर खीरी। पड़ोसी देश नेपाल में बवाल के बाद जिले की सीमा पर असर दिखने लगा है। बार्डर पर अलर्ट के चलते जहां सीमा पर आवाजाही बंद होने से सन्नाटा है, वहीं भारत का सीमाई कारोबार ठप हो गया है।

उधर, गौरीफंटा सीमा से सटे नेपाल शहर सुदूर पश्चिम की राजधानी धनगढ़ी में गुरुवार को सुबह कर्फ्यू में दो घंटे की छूट मिलते ही लोग आवश्यक सामान खरीदने के लिए घर से दौड़ पड़े। उधर, भारत से पेट्रोल-डीजल लेकर आने वाले वाहनों का प्रवेश न होने से धनगढ़ी में पेट्रोल और डीजल की भारी किल्लत रही। धनगढ़ी के अधिकांश पेट्रोल पंप बंद होने के बाद इक्का-दुक्का जो खुले, उन पर वाहनों की लंबी कतारें सुबह से लग गईं।

दरअसल, नेपाल के सुदूर पश्चिमी प्रांत आदि में पेट्रोलियम पदार्थों की आपूर्ति भारत से ही होती है। सामान्य परिस्थितियों में शाहजहांपुर से पेट्रोल-डीजल गौरीफंटा बॉर्डर के रास्ते धनगढ़ी तक पहुंचता है, लेकिन भारत-नेपाल सीमा तीन दिनों से बंद रहने के कारण तेल आपूर्ति पूरी तरह ठप हो गई है। तेल ले जाने वाले सभी टैंकर आदि वाहन गौरीफंटा बॉर्डर पर ही खड़े हैं। धनगढ़ी से मिली जानकारी के अनुसार नगर के अधिकांश पेट्रोल पंप बंद हैं, जो खुले हैं उन पर लंबी कतारें लग रही हैं। अधिक जरुरतमंद लोग ब्लैक में ऊंचे दामों पर पेट्रोल-डीजल खरीदने को विवश हो रहे हैं।

उधर, धनगढ़ी शहर में अब भी कर्फ्यू जारी है। सेना एवं सशस्त्र बलों की टुकड़ियां सड़क पर गस्त करती नजर आ रही हैं। गुरुवार सुबह लोगों को आवश्यक सामान राशन, सब्जी, दूध आदि खरीदने के लिए कर्फ्यू में 2 घंटे की छूट मिली। इसकी घोषणा की जाते ही लोग घरों से बैग लेकर दुकानों की ओर दौड़ लिए और शीघ्रता पूर्वक सामान खरीद पुनः घरों में कैद हो गए। वहां के लोगों ने बताया कि तीन दिन से सीमा बंदी के चलते रोज़मर्रा की जिंदगी बुरी तरह प्रभावित हो गई है। नेटवर्क की भारी समस्या के चलते आपस के लोगों से संवाद नहीं हो रहा है। साथ ही बिजली की भी अधिक कटौती हो रही है। प्रशासन लोगों से संयम बरतने और अनावश्यक यात्रा से बचने की लगातार अपील कर रहा है।

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इधर, गौरीफंटा सहित कीरतपुर, सुमेर नगर, बसही, मिलन बाजार, खजुरिया, वनकटी, सूंड़ा, मसान खम्भ, चंदनचौकी, बेलापरसुआ से लगी नेपाल सीमाओं पर संबंधित थानों की पुलिस व सशस्त्र सीमा बल के जवान और अन्य सुरक्षा एजेसिंयां लगातार नजर बनाए हुए हैं। इससे अवैध घुसपैठ नहीं हो पा रही है। अपने देश आने-जाने वाले लोगों को गौरीफंटा बॉर्डर पर सघन तलाशी एवं आधार कार्ड आदि देख करके ही जाने की इजाजत दी जा रही है। एसएसबी जवान व उनके खोजी कुत्ते लोगों के सामान आदि की सघन जांच के उपरांत ही उन्हें अपने देश में जाने दे रहे हैं।

नेपाल सीमा सील होने की जानकारी के बाद अब बार्डर पर आवाजाही बंद हो गई है। सिर्फ पुलिस और एसएसबी के जवान गश्त करते नजर आते हैं। सीमा पर अवैध मार्ग भी बंद कर दिए गए हैं। खजुरिया व संपूर्णानगर में भी बार्डर एसएसबी जवानों के साथ पीएसी को तैनात कर दिया है। सीमा सील होने के बाद गौरीफंटा बार्डर पर नेपाल से भारत आने वाले भारतीय नागरिकों से सुरक्षा एजेंसियां पहचान पत्र, राशन कार्ड व अन्य पहचान पत्र देखने के बाद ही आने दे रही हैं। इसी तरह से नेपाली नागरिकों को नेपाल जाने के लिए अपनी नागरिकता दिखाने पर स्वदेश लौटने दिया जा रहा है। इंडोनेपाल बॉर्डर पर संपूर्णानगर पुलिस व एसएसबी 39वीं वाहिनी की संयुक्त पेट्रोलिंग जारी है। संपूर्णानगर थाना क्षेत्र के बसही, खजुरिया, रानीनगर, सुमेरनगर, घोला बॉर्डर पर संपूर्णानगर थाना प्रभारी कृष्ण कुमार एसएसबी 39वीं वाहिनी के जवानों के साथ गश्त करने के साथ लोगों से अपील कर रहे हैं कि यदि कोई संदिग्ध दिखे तो तत्काल पुलिस को सूचित करें।

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