खुलासा: दरवाजे में सरिया से छेदकर खोली थी अंदर से बंद कुंडी, दोहरे हत्याकांड की जांच में सामने आया चौंकाने वाला सच

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आगरा जिले के बाह कस्बे के गली कल्याण सागर मोहल्ले में बुधवार की रात करीब एक बजे जूता कारोबारी उमेश पैंगोरिया के घर में घुसे पांच बदमाशों ने उनकी पत्नी कुसमा देवी (60), बेटी सविता गुप्ता (40) की हाथ पैर बांधने के बाद मुंह दबाकर हत्या कर दी। इसके बाद घर की अलमारी और बेड के नीचे छुपाकर रखे 27 लाख के कैश समेत 50 लाख रुपये से ज्यादा के गहने लूट ले गए। हत्या और लूट की घटना पर एसएसपी सुधीर कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे। फोरेंसिंक और डॉग स्क्वैड टीम ने घटनास्थल की जांच की।

बदमाशों के परिचित होने का अंदेशा 

जूता कारोबारी उमेश पैंगोरिया के घर में घुसकर पत्नी और बेटी की हत्या के बाद लूट को अंजाम देने वाले बदमाशों के परिचित होने का अंदेशा पुलिस लगा रही है। दरअसल जिस कमरे में नगदी और जेवरात रखे थे। बदमाशों ने उसी कमरे के दरवाजे में अंदर से लगी कुंडी को सरिया से छेदकर खोला था। आशंका है कि अंदर दाखिल हुए बदमाशों ने पहचाने जाने पर ही कुसमा देवी और सविता की जान ले ली। अनुज को मारपीट कर छोड़ दिया।

पहले पति से तलाक के बाद सविता की हुई दूसरी शादी, रह रही थी मायके में

करीब 15 साल पहले सविता की शादी अंबाह के गौरव के साथ हुई थी। दोनों के दो बेटे आदित्य और अनुज हैं। तलाक के बाद अनुज के साथ सविता मायके में रह रही थी। उसकी दूसरी शादी करीब डेढ़ साल पहले दिल्ली में रह रहे फिरोजाबाद के युवक से हुई थी। शादी के बाद मायके लौटने के बाद सविता ससुराल वापस नहीं गई थी।

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नौ महीने पहले सौरभ की गर्भवती पत्नी की हुई थी मौत

अभी परिवार नौ महीने पहले सौरभ की गर्भवती पत्नी कंचन की मौत के दुख से उबर नहीं पाया था कि एक बार फिर दुुख का पहाड़ टूट पड़ा है। कंचन के गर्भ में संक्रमण के चलते जच्चा, बच्चा दोनों की जान चली गई थी।

दोहरे हत्याकांड के शोक में बंद रहे बाजार

गली कल्याण सागर में मां कुसमा देवी और बेटी सविता गुप्ता की हत्या और लूट की घटना ने कारोबारी समाज को झकझोर दिया है। बृहस्पतिवार सुबह जिसने भी इस घटना के बारे में सुना उमेश पैंगोरिया के घर की ओर दौड़ पड़ा। गम और गुस्से में डूबे परिवार को ढांढस बंधाया। शोक में कस्बे के सभी बाजार बंद रहे। 

एफआईआर के लिए चेयरमैन की पुलिस से तकरार

शुरू से ही पुलिस वारदात को हत्या के एंगल से देख रही थी। कारोबारी उमेश पैंगोरिया और चश्मदीद अनुज से थाने पर जानकारी भी की। पीड़ित परिवार की डकैती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज करने के लिए पुलिस के आनाकानी पर चेयरमैन सुनील बाबू से तकरार हो गई। चेयरमैन ने पुलिस के आला अधिकारियों से बात की। तब कहीं जाकर पांच की जगह दो बदमाशों के खिलाफ लूट और हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया।

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