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चकलवंशी (उन्नाव)। आसीवन थानाक्षेत्र में वजीरखेड़ा गांव के सामने शुक्रवार को तेज रफ्तार स्कूली वैन अनियंत्रित होकर पलट गई। हादसे में वैन पर सवार 25 छात्र व पांच शिक्षिकाएं घायल हो गईं। स्थानीय लोगों ने घायलों को सीएचसी पहुंचाया। वहां से गंभीर रूप से घायल चार लोगों को जिला अस्पताल भेज दिया गया। हादसे के बाद वैन छोड़कर मौके से चालक भाग गया। हादसे को लेकर अभिभावकों में गुस्सा है।
थानाक्षेत्र के राजेपुरग्रंट के लॉर्ड बुद्धा पब्लिक इंटर कालेज की वैन (13 सीटर) सुबह टिकरा व अन्य गांवों से 25 छात्र व पांच शिक्षिकाओं को लेकर स्कूल जा रही थी। कुरसठ-नंगाखेड़ा संपर्क मार्ग पर वजीरखेड़ा गांव के पास सुबह 9:30 बजे तेज रफ्तार वैन अनियंत्रित हो पलट गई। इससे वैन पर सवार छात्रों व शिक्षिकाओं में चीख पुकार मच गई। शोर सुनकर आसपास के लोग और राहगीर मौके पर पहुंचे और वैन में फंसे लोगों को बाहर निकाला। इसके बाद खून से लथपथ और दर्द से तड़प रहे छात्रों व शिक्षिकाओं को सीएचसी मियां गंज ले जाया गया।
टिकरा गांव के कक्षा एक के छात्र प्रतीक, कक्षा चार के छात्र आयुष, शिक्षिका आरती व प्रिया की हालत गंभीर होने पर उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल में हालत में सुधार न देख प्रतीक व आरती को परिजनों ने कानपुर नगर के एक नर्सिंग होम में भर्ती कराया है। बाकी घायल इलाज कराकर घर चले गए। शिक्षिकाओं के अनुसार वैन चालक नाबालिग है। पुलिस ने वैन कब्जे में ली है। चालक की तलाश की जा रही है।
अभिभावकों का आरोप है कि स्कूल की वैन में क्षमता से अधिक बच्चे व शिक्षिकाएं थीं। अक्सर चालक वैन में क्षमता से अधिक बच्चों व शिक्षिकाओं को बैठाकर ले जाता था। कई बार इसकी शिकायत स्कूल प्रबंधन से की गई, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया। यदि स्कूल के प्रबंधक ध्यान देते तो उनके बच्चों की जान खतरे में नहीं पड़ती।
घायल शिक्षिकाओं ने बताया कि वैन चालक नाबालिग है। वह अक्सर वैन को तेज गति से चलता है। उसे कई बार टोका गया, लेकिन उसने किसी की नहीं सुनी। गुुरुवार को भी तेज रफ्तार वैन कुरसठ के पास पुलिया से टकराने से बची थी। चालक की गलती से शुक्रवार को वैन हादसे का शिकार हो गई।
कक्षा 11 की छात्रा आराधना, कक्षा छह की छात्रा श्रद्धा कक्षा तीन की छात्रा नित्या, प्रतीक, सागर, कक्षा दो की छात्रा रितिका, छात्र राजवीर, सूरजपाल, कक्षा एक का छात्र प्रतीक, सूर्यांश, आयुष, उसका भाई अभय सतीश व गांव की शिक्षिका पारुल व गुंजन समेत अन्य घायल हो गए। अन्य चोटिल बच्चों व शिक्षिकाओं का परिजनों ने निजी डॉक्टर से इलाज कराया है।
स्कूल में लगी वैन के कागजातों पर गौर करें तो वह सड़क पर अवैध तरीके से चल रही है। एआरटीओ आदित्य त्रिपाठी ने बताया कि वैन गुजके रात रजिस्ट्रेशन नंबर की है। इसे उन्नाव एआरटीओ कार्यालय में रजिस्टर्ड नहीं कराया गया है। 16 अप्रैल 2018 से फिटनेस नहीं कराई गई। 31 मार्च 2018 तक ही टैक्स जमा है। प्रदूषण व बीमा 29 अप्रैल 2022 तक है। वैन गुजरात राज्य के बड़ोदरा जिला के आर्शीवाद एसओसी हर्नी रोड निवासी जयदीप सिंह के नाम है। बताया कि वैन की जांच कराकर कार्रवाई की जाएगी।
विद्यालय के प्रबंधक रविकुमार ने बताया कि वैन में नौ छात्र व दो शिक्षिकाएं थीं। एक छात्र व एक शिक्षिका को गंभीर चोट आई है। अन्य को इलाज के बाद घर भेज दिया गया है। कुरसठ गांव के नसीम ने कुछ दिन पहले ही उनके विद्यालय में यह वैन लगाई थी। कागजात में बीमा व प्रदूषण की अवधि 2022 तक होने पर उसे स्कूल में लगा लिया था।

हादसे के बाद घायल शिक्षिका प्रिया को सहारा देकर ले जाती साथी शिक्षिका। संवाद– फोटो : UNNAO
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