मुजफ्फरनगर में रेस्टोरेंट पर हुए झगड़े के मामले में आरोपियों की सिफारिश करने पहुंचे भाकियू कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी से दिनभर हंगामा रहा। भाकियू ने नगर कोतवाली में टेंट गाड़ दिया। सपा-रालोद नेताओं ने भी समर्थन दिया। सात घंटे बाद पुलिस झुकी। दोनों पक्षों के बीच 24 घंटे में निष्पक्ष जांच पर सहमति बनने के बाद धरना समाप्त हुआ। पुलिस ने हिरासत में लिए पांच लोगों को छोड़ दिया
भाकियू के बघरा ब्लाक अध्यक्ष अमरजीत समेत 10 कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की है। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत का कहना था कि संगठन के प्रतिनिधि सिफारिश करने गए थे, उनकी गलती नहीं है। पुलिस नहीं मानी तो सुबह करीब 10 बजे टिकैत नगर कोतवाली में धरने पर बैठ गए। जैसे ही कार्यकर्ताओं को पता चला तो निजी वाहनों से कोतवाली पहुंचे। पुलिस से नाराज कार्यकर्ताओं ने कोतवाली परिसर में ही टेंट गाड़ दिया और पंचायत शुरू कर दी। माइक लगा लिया गया। कुछ देर में ही यहां सैकड़ों कार्यकर्ता पहुंच गए। सात घंटे बाद पुलिस झुक गई। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय ने धरने पर बैठे लोगों को आश्वासन दिया कि 24 घंटे में निष्पक्ष जांच होगी और किसी भी निर्दोष व्यक्ति के खिलाफ कार्रवाई नहीं की जाएगी।
तीन दौर में हुई दोनों पक्षों की बातचीत
धरने के दौरान भाकियू की ओर से गठित प्रतिनिधिमंडल और पुलिस-प्रशासन के अधिकारियों के बीच तीन दौर की बातचीत हुई। प्रदेश सचिव ओमपाल मलिक, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा के नेतृत्व में प्रतिनिधिमंडल और एडीएम प्रशासन नरेंद्र बहादुर सिंह, एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, सिटी मजिस्ट्रेट अनूप कुमार, सीओ सिटी कुलदीप कुमार के बीच बातचीत के बाद 24 घंटे में जांच पर सहमति बनी।
निर्दोष कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी बर्दाश्त नहीं करेंगे : टिकैत
भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने कहा कि जिला अस्पताल प्रकरण में निर्दोष कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारी की गई है। पुलिस का रवैया बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। सिफारिश करने वालों को ही पुलिस गिरफ्तार कर वाहवाही लूट रही है। पुलिस निष्पक्ष तरीके से अपना काम करें।
यह रहे मौजूद
पूर्व सांसद हरेंद्र मलिक, सपा जिलाध्यक्ष प्रमोद त्यागी, रालोद के पूर्व जिलाध्यक्ष प्रभात तोमर, पूर्व जिलाध्यक्ष अजीत राठी, भाकियू प्रदेश सचिव ओमपाल मलिक, मांगेराम त्यागी, जिलाध्यक्ष योगेश शर्मा, डॉ. विकास मलिक, नवीन राठी, विजय शास्त्री, हरेंद्र सिंह, संजीव पंवार, सर्वेंद्र कुमार, संजय, अशोक घटायन, विनेश मोतला मौजूद रहे।
मुकदमा-एक
रेस्टारेंट मालिक की ओर से दर्ज मुकदमा
प्रकाश चौक पर मनी रेस्टोरेंट संचालक गुलवीर सिंह ने थाना सिविल लाइन में अपने बेटे अभिषेक एवं रोनित पर जानलेवा हमले में धनसैनी गांव के प्रधान सन्नी चौधरी, धौलरा गांव के प्रदीप पाल पुत्र रामपाल, नसीरपुर निवासी जैनित पुत्र गुरदेव के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया। पुलिस ने तीनों गिरफ्तार कर लिए हैं।
मुकदमा-दो
जिला अस्पताल में हंगामे का मामला
सिपाही दीपक कुमार की ओर से नगर कोतवाली में भाकियू के बघरा ब्लॉक अध्यक्ष हैदरनगर निवासी अमरजीत सिंह, सैदपुरा खुर्द निवासी रविंद्र कुमार, धौलरा निवासी प्रदीप पाल, अलीपुर खुर्द निवासी अनुज उर्फ अन्नु, शहर के ब्रहमपुरी निवासी गौरव उर्फ हनी, सहावली निवासी गौतम, मेरठ के इंचौली थाना क्षेत्र के नंगला शेखू निवासी सौरभ, अलीपुर खुर्द निवासी सुमित और आठ से 10 अज्ञात लोगों के खिलाफ जिला अस्पताल में हंगामा, रेस्टोरेंट संचालकों पर हमले के आरोपियों को छुड़ाने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मुकदमा दर्ज हुआ है। पुलिस ने पांच लोग हिरासत में लिए थे, जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया।
कोतवाली गेट और रुडक़ी रोड पर खड़े किए वाहन
भाकियू कार्यकर्ताओं ने कोतवाली के गेट और रुडक़ी रोड पर वाहन खड़े कर दिए। हालांकि मंगलवार को बाजार बंद था, लेकिन इसके बावजूद रुडक़ी रोड पर जाम की स्थिति रही।
सपा-रालोद नेताओं का रहा जमावड़ा
भाकियू के धरने पर सपा और रालोद नेताओं का भी जमावड़ा रहा। दिनभर दोनों राजनीतिक दल मामले पर नजर रखे हुए। भाकियू प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत को पहुंचकर समर्थन दिया।