बाघ नजर आया, दहशत

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हसनगंज (उन्नाव)। तहसील क्षेत्र के तेगापुर गांव के पास आम के बाग के किनारे टहलते बाघ का वीडियो वायरल होने से लोगों में दहशत फैल गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने करीब चार किमी क्षेत्र में कांबिंग की लेकिन कहीं पंजे के निशान नहीं मिले। वन रेंजर सुभाषचंद्र के अनुसार वीडियो इसी गांव का होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्कता बरतने के लिए कहा है। किसानों ने रविवार को गेहूं की कटाई नहीं की।
तेगापुर गांव के लोगों को शनिवार देर शाम गांव के बाहर आम के बाग में बाघ की चहलकदमी दिखी। गांव निवासी नितिन खेत में गेहूं की कटाई कर रहा था। उसने बाघ देखा तो वीडियो बना लिया। ग्रामीणों को जानकारी हुई तो सनसनी फैल गई। ग्राम प्रधान विपिन द्विवेदी ने वन दरोगा सुभाष चंद्र को सूचना दी। रात में वन विभाग के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे, लेकिन बाघ की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई।
रविवार सुबह रेंजर टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने वायरल हो रहे वीडियो की स्थलीय जांच की तो पुष्टि हुई कि वीडियो इसी गांव का है। ग्रामीणों ने एक खेत में पंजे के निशान भी मिलने की बात कही लेकिन टीम को सुराग नहीं लगा।
वन विभाग की टीम ने रविवार को भी करीब पांच किमी परिधि में बाघ की तलाश की। रेंजर सुभाषचंद्र ने बताया कि वीडियो में जो बाघ दिख रहा है, उसकी उम्र और वजन ज्यादा नहीं है। उनके अनुसार वजन 33 से 40 किलो होगा। उन्होंने बताया कि टीम को गांव में तैनात किया गया है।
तेगापुर गांव में जहां पर ग्रामीणों ने बाघ देखा है वहां से एक किमी की दूरी पर सई नदी भी है। अनुमान यह भी है कि नदी के किनारे-किनारे बाघ दूर भी जा सकता है।
समूह में बाहर निकलने की सलाह
वन विभाग की टीम ने किसानों को समूह में बाहर निकलने की सलाह दी है। बाघ की दहशत के कारण किसान गेहूं की कटाई और बागों की रखवाली करने नहीं गए। कुछ ग्रामीण लाठी डंडों से लैस होकर समूह में खेत गए। चार से छह लोग खेत के चारों तरफ नजर बनाए रहे। लोगों ने बच्चों को घर से दूर नहीं जाने दिया।

आम के बाग में कांबिग करते वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीण। संवाद

आम के बाग में कांबिग करते वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीण। संवाद– फोटो : UNNAO

यह भी पढ़ें -  सिर्फ दो दिन चला था कल्याणी की सफाई का अभियान

हसनगंज (उन्नाव)। तहसील क्षेत्र के तेगापुर गांव के पास आम के बाग के किनारे टहलते बाघ का वीडियो वायरल होने से लोगों में दहशत फैल गई। ग्राम प्रधान की सूचना पर पहुंची वन विभाग की टीम ने करीब चार किमी क्षेत्र में कांबिंग की लेकिन कहीं पंजे के निशान नहीं मिले। वन रेंजर सुभाषचंद्र के अनुसार वीडियो इसी गांव का होने की पुष्टि हुई है। उन्होंने ग्रामीणों से सतर्कता बरतने के लिए कहा है। किसानों ने रविवार को गेहूं की कटाई नहीं की।

तेगापुर गांव के लोगों को शनिवार देर शाम गांव के बाहर आम के बाग में बाघ की चहलकदमी दिखी। गांव निवासी नितिन खेत में गेहूं की कटाई कर रहा था। उसने बाघ देखा तो वीडियो बना लिया। ग्रामीणों को जानकारी हुई तो सनसनी फैल गई। ग्राम प्रधान विपिन द्विवेदी ने वन दरोगा सुभाष चंद्र को सूचना दी। रात में वन विभाग के कुछ कर्मचारी मौके पर पहुंचे, लेकिन बाघ की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई।

रविवार सुबह रेंजर टीम के साथ पहुंचे। उन्होंने वायरल हो रहे वीडियो की स्थलीय जांच की तो पुष्टि हुई कि वीडियो इसी गांव का है। ग्रामीणों ने एक खेत में पंजे के निशान भी मिलने की बात कही लेकिन टीम को सुराग नहीं लगा।

वन विभाग की टीम ने रविवार को भी करीब पांच किमी परिधि में बाघ की तलाश की। रेंजर सुभाषचंद्र ने बताया कि वीडियो में जो बाघ दिख रहा है, उसकी उम्र और वजन ज्यादा नहीं है। उनके अनुसार वजन 33 से 40 किलो होगा। उन्होंने बताया कि टीम को गांव में तैनात किया गया है।

तेगापुर गांव में जहां पर ग्रामीणों ने बाघ देखा है वहां से एक किमी की दूरी पर सई नदी भी है। अनुमान यह भी है कि नदी के किनारे-किनारे बाघ दूर भी जा सकता है।

समूह में बाहर निकलने की सलाह

वन विभाग की टीम ने किसानों को समूह में बाहर निकलने की सलाह दी है। बाघ की दहशत के कारण किसान गेहूं की कटाई और बागों की रखवाली करने नहीं गए। कुछ ग्रामीण लाठी डंडों से लैस होकर समूह में खेत गए। चार से छह लोग खेत के चारों तरफ नजर बनाए रहे। लोगों ने बच्चों को घर से दूर नहीं जाने दिया।

आम के बाग में कांबिग करते वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीण। संवाद

आम के बाग में कांबिग करते वन विभाग के अधिकारी व ग्रामीण। संवाद– फोटो : UNNAO

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