[ad_1]
न्यूज डेस्क, अमर उजाला, उन्नाव
Published by: हिमांशु अवस्थी
Updated Sun, 17 Apr 2022 05:03 PM IST
सार
अजान पर विवादित बयान देने के बाद साक्षी महाराज ने दिल्ली हिंसा को लेकर बड़ी बात कही है। उन्होंने दिल्ली की घटना को पत्थर जिहाद बताया है।
उत्तर प्रदेश के उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने रविवार को दिल्ली में हुई पत्थरबाजी की घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इसे पत्थर जिहाद का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से पत्थर चलाए गए हैं। इसमें विपक्षी दलों का भी हाथ हो सकता है। सांसद ने कहा कि कुछ लोग हिंदू मुस्लिम एकता पर नींबू निचोड़ने का काम कर रहे हैं। अभी तक कश्मीर के लोगों पर ही पत्थर फेंकते हुए देखा। अब रामनवमी के दिन पूरे देश में पत्थर फेंके गए। हनुमान जयंती पर दिल्ली में घटना भी दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से स्थितियां बदलती जा रही हैं। उससे लगात है कि मदरसे और मस्जिदें दोनों सही दिशा में नहीं चल रहे हैं। मस्जिद में जुमा की नमाज होगी और वहां से निकलकर लोग पत्थर मारेंगे। सवाल किया कि क्या वहां पर पत्थर मारना सिखाया जाता है। कहा कि आज तक दुर्गा मंदिर, गुरुद्वारे, हनुमान मंदिर से निकलकर क्या किसी ने पत्थर फेंका। मुसलमानों के एक भी त्योहार पर हिंदुओं ने पत्थर नहीं फेंका।
साक्षी महाराज ने कहा कि अगर मदरसों व मस्जिदों से आतंकी निकलेंगे, तो सरकार जांच कराएगी। जांच में मिलेंगे, तो सरकार प्रतिबंध भी लगाएगी। सांसद ने कहा कि अगर पत्थर फेंके जाएंगे, तो बुलडोजर भी चलेगा।
उन्होंने कहा कि ना मैं लाउडस्पीकर पर अजान का पक्षधर हूं और ना ही हनुमान चालीसा का। इसलिए सरकार से आग्रह करता हूं कि हिंदू, मुसलमान के लिए एक ही नीति हो। सांसद ने कहा कि चाहे दिल्ली के केजरीवाल हों या राजस्थान के गहलोत, चाहे छत्तीसगढ़ वाले हों या अपने प्रदेश में योजनाबद्ध तरीके से जहर घोलने का काम करने वाले हो। मोदी सरकार इसे बर्दाश्त नहीं करेगी और जांच कराकर कड़ी कार्रवाई करेगी।
विस्तार
उत्तर प्रदेश के उन्नाव सांसद साक्षी महाराज ने रविवार को दिल्ली में हुई पत्थरबाजी की घटना पर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने इसे पत्थर जिहाद का नाम दिया है। उन्होंने कहा कि योजनाबद्ध तरीके से पत्थर चलाए गए हैं। इसमें विपक्षी दलों का भी हाथ हो सकता है। सांसद ने कहा कि कुछ लोग हिंदू मुस्लिम एकता पर नींबू निचोड़ने का काम कर रहे हैं। अभी तक कश्मीर के लोगों पर ही पत्थर फेंकते हुए देखा। अब रामनवमी के दिन पूरे देश में पत्थर फेंके गए। हनुमान जयंती पर दिल्ली में घटना भी दुर्भाग्यपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि जिस तरह से स्थितियां बदलती जा रही हैं। उससे लगात है कि मदरसे और मस्जिदें दोनों सही दिशा में नहीं चल रहे हैं। मस्जिद में जुमा की नमाज होगी और वहां से निकलकर लोग पत्थर मारेंगे। सवाल किया कि क्या वहां पर पत्थर मारना सिखाया जाता है। कहा कि आज तक दुर्गा मंदिर, गुरुद्वारे, हनुमान मंदिर से निकलकर क्या किसी ने पत्थर फेंका। मुसलमानों के एक भी त्योहार पर हिंदुओं ने पत्थर नहीं फेंका।
[ad_2]
Source link