करीब 21 राज्यों में 33 हजार किलोमीटर बाइक चलाकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए प्रचार करने वाली बुलेट रानी के नाम से प्रसिद्ध राजलक्ष्मी मांडा एक बार फिर चर्चा में हैं। वो ट्रक में नौ फीट लंबा और नौ टन वजनी अष्टधातु शिवलिंग एवं शिव परिवार के साथ सभी 12 ज्योतिर्लिंगों के दर्शन कर सोमवार को भदोही पहुंचीं।
उन्होंने धर्म रक्षा करने के लिए एक मार्च को महाशिवरात्रि पर संकल्प लिया था। उसी संकल्प को पूरा करने के लिए वो विशाल शिवलिंग लेकर यहां पहुंचीं हैं। यह कार्यक्रम सुंदरवन के फलाहारी बाबा के नेतृत्व में लीगल राइट काउंसिल ऑफ इंडिया की ओर से किया गया। जो रास्ते भर जगह-जगह धर्मरक्षा का संदेश देते हुए लगभग 9500 किलोमीटर की यात्रा पूर्ण कर यहां पहुंची। शिवलिंग की भदोही के सुंदरवन स्थित श्रीराम जानकी आश्रम में प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी।
भदोही के रजपुरा में सैकड़ों श्रद्धालुओं ने टीम के सदस्यों का जोरदार स्वागत किया। यहां लगभग 30 मिनट तक काफिला रुका। भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने शिवलिंग की पूजा अर्चना की। साथ ही राजलक्ष्मी मांडा का माल्यार्पण कर भदोही में स्वागत किया।
ट्रक पर लदे विशाल शिवलिंग के दर्शन करने के लिए लोगों में होड़ मच गई। भारी संख्या में लोगों ने भगवान शिव का आशीर्वाद लिया। इसके बाद धीरे-धीरे काफिला सुंदरवन की ओर बढ़ता रहा। सुंदरवन में भी इस विशाल शिवलिंग के दर्शन करने के लिए पहले से सैकड़ों की संख्या में लोग मौजूद थे।
फलाहारी बाबा के पुत्र अनिल कुमार मिश्र ने बताया कि प्राण प्रतिष्ठा की तिथि तय नहीं हुई है लेकिन 10 मई से पहले यह पूजन हो जाएगा। सुंदरवन में एक बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
राजलक्ष्मी ने बताया कि धर्म की रक्षा करने के लिए उनकी 25 सदस्य टीम ने एक मार्च को महाशिवरात्रि के मौके पर संकल्प लिया था। जिस संकल्प के तहत उन्होंने एक ट्रक में नौ टन वजन के शिवलिंग के साथ भगवान शिव के परिवार को रखकर उन्हें सभी ज्योतिर्लिंग के दर्शन कराने के बाद भदोही में स्थापित करने बीड़ा उठाया।