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सीओ महेश कुमार ने बताया कि परिजनों ने मंगलवार सुबह आठ बजे पुलिस को सूचना दी। वह खुद पुलिस टीम के साथ अपहृत की बरामदगी में जुटे। सर्विलांस की मदद ली गई। इससे पता चला कि जिस नंबर से फिरौती मांगी गई थी उसकी लोकेशन रात में मथुरा और डीग (भरतपुर) की थी। बाद में राजाखेड़ा सीमा की आई। पुलिस ने मंगलवार रात इरादतनगर क्षेत्र से सटे राजाखेड़ा (धौलपुर) के गांव खेड़िया से अपहृत रोहित को सकुशल बरामद किया। दो अपहर्ता नगला कुठावली, मलपुरा निवासी दशरथ और नैनाना जाट (सदर) निवासी देवेंद्र भी पकड़े गए।
डेढ़ साल पहले की थी दोस्ती
सीओ महेश कुमार ने बताया कि रोहित के पिता का कोल्ड स्टोरेज है। चीनी का भी कारोबार है। डेढ़ साल पहले दशरथ और देवेंद्र की रोहित से मुलाकात हुई थी। तीनो अक्सर मिला करते थे। दशरथ और देवेंद्र रोहित पर काफी खर्चा करते थे। पूछताछ में पता चला कि अब वह खर्च किए गए रकम को वापस मांग रहे थे। रोहित से कई बार कह चुके थे। मगर, वह हर बार इनकार कर देता था। उन्होंने सोचा था कि इसके पिता से काफी रकम मिल जाएगी। दशरथ और देवेंद्र का अपना कोई कारोबार नहीं है। अपने पिता की खेतीबाड़ी में ही सहयोग करते हैं। उन्हें रुपयों की जरूरत थी। इसलिए घटना को अंजाम दिया।
जंगल में बेल्ट से पीटा
पुलिस की पूछताछ में रोहित ने बताया कि वह अपने दोस्त की शादी में रोहता इलाके के एक मैरिज होम में आया था। देवेंद्र और दशरथ ने उससे बात की। रात 11:00 बजे उसे मैरिज होम के बाहर बुला लिया। बातचीत के दौरान उसे कुछ सुंघा दिया, जिससे उसे होश नहीं रहा। उसके बाद दोनों उसे गाड़ी में ले गए। होश में आने पर वो जंगल में था। दोनों ने कार से उसका अपहरण किया था। पहले उसे मथुरा क्षेत्र में जंगल में ले गए। वहां उसे बेल्ट से पीटा। प्लास से नाखून उखाड़ने का भय दिखाया।
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