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यूपी में बजट सत्र शुरू हो चुका है। इसके साथ ही राजनीतिक गतिविधियां भी जारी हैं। सीतापुर जेल से आने के बाद आजम खां लगातार चर्चा में हैं। सोमवार को वह विधानमंडल की कार्यवाही में शामिल नहीं हुए। वहीं, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और आजम खां के बेटे अब्दुल्ला आजम के बीच सोमवार दोपहर करीब 20 मिनट तक बातचीत हुई। विधानसभा में शपथ ग्रहण करने के बाद आजम खां चले गए, लेकिन उनके बेटे अब्दुल्ला आजम सदन में मौजूद रहे। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद अखिलेश यादव ने उन्हें अपने पास बुलाया फिर दोनों विधान मंडल में मौजूद पार्टी कार्यालय पहुंचे। यहां दोनों करीब 20 मिनट तक बंद कमरे में बातचीत किए। हालांकि दोनों तरफ से मंत्रणा के संबंध में कुछ भी कहने से इनकार किया गया है। लेकिन कमरे से निकलते वक्त दोनों के चेहरे पर संतुष्टि का भाव साफ दिखा। विधानसभा में प्रवेश करते वक्त आजम खां ने भी किसी तरह की नाराजगी से इनकार किया। हालांकि मुलायम सिंह यादव से बातचीत होने के सवाल पर उन्होंने सधे अंदाज में तंज कसा। कहा कि हो सकता है कि उनके पास हमारा फोन नंबर न हो।
उधर, विधानसभा में जिस वक्त सपा विधायक विभिन्न मुद्दों को लेकर हंगामा कर रहे थे, उस वक्त अब्दुल्ला आजम, बरेली के भोजीपुरा से विधायक शहजिल इस्लाम और शिवपाल सिंह यादव चुपचाप अपनी सीट पर बैठे रहे।
वे हंगामे पर मुस्कुराते रहे, लेकिन उसमें शामिल नहीं हुए। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के बाद इसकी सियासी नजरिए से चर्चा होती रही।
आजम ने ली शपथ, सदन नहीं पहुंचे
वहीं 26 माह के बाद जेल से रिहा हुए सपा विधायक आजम खां और उनके विधायक पुत्र अब्दुल्ला आजम ने सोमवार को विधानसभा सदस्य की शपथ ली। विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने उन्हें शपथ दिलाई।
आजम शपथ लेने के बाद लौट गए, वे राज्यपाल के अभिभाषण के दौरान सदन में मौजूद नहीं रहे। जबकि उनके बेटे अब्दुल्ला सदन में मौजूद थे। सदन में आजम की अनुपस्थिति ने उनके और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के बीच टकराव की चर्चा को हवा दी।
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