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पुरवा। उन्नाव-पुरवा मार्ग पर तारनखेड़ा गांव के पास मंगलवार रात सड़क हादसे में मृत ममेरे भाइयों के शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार दोपहर घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। इनमें एक युवक की शादी पांच दिन पूर्व ही हुई थी। उसकी पत्नी बदहवास है। बुधवार को मायके वालों को चौथी विदा कराने आना था, पर इससे पहले उसका सुहाग उजड़ गया।
नगर के मोहल्ला दुर्गापुर निवासी आदर्श गोस्वामी (24) दिल्ली में प्लास्टिक फैक्टरी में काम करता था। 20 मई को ही उसकी शादी हुई थी। 16 मई को वह दिल्ली से गांव आया था। आदर्श का चचेरा भाई छोटू भी शादी में शामिल होने दिल्ली से आया था। मंगलवार को छोटू को दिल्ली जाना था। आदर्श रात में ममेरे भाई अजगैन के गोसाईंखेड़ा गांव निवासी वीरेंद्र के साथ छोटू को बाइक से लेकर उन्नाव रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रहा था। उन्नाव-पुरवा मार्ग पर तारनखेड़ा के पास अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी थी। हेलमेट न लगाए होने से बाइक चला रहे वीरेंद्र व पीछे बैठे आदर्श की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि छोटू गंभीर रूप से घायल हो गया था। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद आदर्श व वीरेंद्र के शव घर ले जाए गए। आदर्श का शव देखकर पत्नी चांदनी की चीख निकल गई। वहीं वीरेंद्र की मौत से परिजनों का बुरा हाल है।
पुरवा। उन्नाव-पुरवा मार्ग पर तारनखेड़ा गांव के पास मंगलवार रात सड़क हादसे में मृत ममेरे भाइयों के शव पोस्टमार्टम के बाद बुधवार दोपहर घर पहुंचे तो कोहराम मच गया। इनमें एक युवक की शादी पांच दिन पूर्व ही हुई थी। उसकी पत्नी बदहवास है। बुधवार को मायके वालों को चौथी विदा कराने आना था, पर इससे पहले उसका सुहाग उजड़ गया।
नगर के मोहल्ला दुर्गापुर निवासी आदर्श गोस्वामी (24) दिल्ली में प्लास्टिक फैक्टरी में काम करता था। 20 मई को ही उसकी शादी हुई थी। 16 मई को वह दिल्ली से गांव आया था। आदर्श का चचेरा भाई छोटू भी शादी में शामिल होने दिल्ली से आया था। मंगलवार को छोटू को दिल्ली जाना था। आदर्श रात में ममेरे भाई अजगैन के गोसाईंखेड़ा गांव निवासी वीरेंद्र के साथ छोटू को बाइक से लेकर उन्नाव रेलवे स्टेशन छोड़ने जा रहा था। उन्नाव-पुरवा मार्ग पर तारनखेड़ा के पास अज्ञात वाहन ने उसकी बाइक में टक्कर मार दी थी। हेलमेट न लगाए होने से बाइक चला रहे वीरेंद्र व पीछे बैठे आदर्श की मौके पर ही मौत हो गई थी। जबकि छोटू गंभीर रूप से घायल हो गया था। बुधवार को पोस्टमार्टम के बाद आदर्श व वीरेंद्र के शव घर ले जाए गए। आदर्श का शव देखकर पत्नी चांदनी की चीख निकल गई। वहीं वीरेंद्र की मौत से परिजनों का बुरा हाल है।
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