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उन्नाव। विधानसभा चुनाव में खर्च प्रत्याशियों के खाते में जोड़ने के लिए खाद्य और अन्य वस्तुओं के रेट तय कर दिए गए हैं। गुलाब जामुन 15 रुपये प्रति पीस, साधारण चाय छह और स्पेशल चाय की कीमत 10 रुपये रखी गई है।
यदि प्रत्याशी किसी को लंच पैकेट (पूड़ी सब्जी व अचार) देते हैं तो उसके 60 रुपये जोड़े जाएंगे। भोजन का 160 रुपये प्रति थाली का चार्ज लगेगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी शकुंतला चौहान ने बताया कि प्रत्याशी जो भी नाश्ता, चाय या भोजन कराएंगे तो उसका आयोग द्वारा निर्धारित खर्च उनके चुनाव व्यय में जोड़ा जाएगा। यदि प्रत्याशी ऑटो रिक्शे से प्रचार करेंगे तो 910 रुपये प्रतिदिन का रेट लगेगा। ई-रिक्शा से 700 रुपये, छोटी बस से 1760 रुपये, बड़ी बस से 2200 रुपये प्रतिदिन में प्रचार होगा। लग्जरी वाहन से प्रचार करने पर 1870 रुपये प्रतिदिन का हिसाब जुड़ेगा। प्लास्टिक का झंडा लगाने पर 15 हजार रुपये प्रति हजार, होर्डिंग अलग-अलग फ्रेम पर 45-52 रुपये प्रति वर्ग फीट और बैनर में प्रयोग होने वाला कपड़ा 100 रुपये प्रति मीटर में जुड़ेगा।
डिजिटल प्रचार करने वाले प्रत्याशियों पर भी आयोग नजर रखेगा। सोशल मीडिया पर प्रचार में पेड एकाउंट का प्रयोग किया जा रहा है। एक साथ कई मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए वह ऑनलाइन स्पेस भी खरीद रहे हैं। इसको देखते हुए आयोग ने इसकी भी निगरानी करने के आदेश दिए हैं। नामांकन के बाद एक टीम गठित करके डिजिटल प्रचार पर होने वाले खर्च पर नजर रखी जाएगी।
उन्नाव। विधानसभा चुनाव में खर्च प्रत्याशियों के खाते में जोड़ने के लिए खाद्य और अन्य वस्तुओं के रेट तय कर दिए गए हैं। गुलाब जामुन 15 रुपये प्रति पीस, साधारण चाय छह और स्पेशल चाय की कीमत 10 रुपये रखी गई है।
यदि प्रत्याशी किसी को लंच पैकेट (पूड़ी सब्जी व अचार) देते हैं तो उसके 60 रुपये जोड़े जाएंगे। भोजन का 160 रुपये प्रति थाली का चार्ज लगेगा। सहायक निर्वाचन अधिकारी शकुंतला चौहान ने बताया कि प्रत्याशी जो भी नाश्ता, चाय या भोजन कराएंगे तो उसका आयोग द्वारा निर्धारित खर्च उनके चुनाव व्यय में जोड़ा जाएगा। यदि प्रत्याशी ऑटो रिक्शे से प्रचार करेंगे तो 910 रुपये प्रतिदिन का रेट लगेगा। ई-रिक्शा से 700 रुपये, छोटी बस से 1760 रुपये, बड़ी बस से 2200 रुपये प्रतिदिन में प्रचार होगा। लग्जरी वाहन से प्रचार करने पर 1870 रुपये प्रतिदिन का हिसाब जुड़ेगा। प्लास्टिक का झंडा लगाने पर 15 हजार रुपये प्रति हजार, होर्डिंग अलग-अलग फ्रेम पर 45-52 रुपये प्रति वर्ग फीट और बैनर में प्रयोग होने वाला कपड़ा 100 रुपये प्रति मीटर में जुड़ेगा।
डिजिटल प्रचार करने वाले प्रत्याशियों पर भी आयोग नजर रखेगा। सोशल मीडिया पर प्रचार में पेड एकाउंट का प्रयोग किया जा रहा है। एक साथ कई मतदाताओं तक अपनी बात पहुंचाने के लिए वह ऑनलाइन स्पेस भी खरीद रहे हैं। इसको देखते हुए आयोग ने इसकी भी निगरानी करने के आदेश दिए हैं। नामांकन के बाद एक टीम गठित करके डिजिटल प्रचार पर होने वाले खर्च पर नजर रखी जाएगी।
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