UPSC Result: पढ़िए क्यों खास है अर्पित की सफलता की कहानी, अब परिवार में जश्न का माहौल, बधाई देने वालों का लगा तांता

0
20

[ad_1]

सार

अर्पित ने कड़ी मेहनत से यूपीएससी के रिजल्ट में 53वीं रैंक पाई है। पढ़िए अर्पित की संघर्ष की पूरी कहानी।

ख़बर सुनें

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2021 के घोषित परिणाम में शामली निवासी अर्पित संगल ने 53वीं रैंक पाई है। बेटे की कामयाबी पर परिवार में जश्न का माहौल है। माता-पिता समेत पूरे परिवार का कहना है कि उन्हें अर्पित पर गर्व है, जिसने परिवार के साथ अपने शहर और जिले का नाम रोशन किया है। पिछले साल तीसरे प्रयास में अर्पित का 239वीं रैंक मिलने पर आईपीएस में चयन हुआ था। इस बार उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ है।

यूपीएससी-2021 की परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ। शामली के तालाब रोड निवासी अर्पित संगल ने 53वीं रैंक प्राप्त कर परिवार व जिले का मान बढ़ाया है। पिता सुशील संगल का नई मंडी में मूंगफली का कारोबार हैं और मां कुमकुम संगल गृहणी हैं। बड़े भाई शशांक बिजनेस करते हैं और पिता के कारोबार में सहयोग करते रहते हैं। साथ ही वे सीए की परीक्षा की भी तैयारी कर रहे हैं। छोटी बहन खुशी कक्षा 10 में पढ़ती है। 

अर्पित ने 2014 में सेंट आरसी कान्वेंट स्कूल शामली से इंटर की परीक्षा पास की थी। इसके बाद आईआईटी एडवांस में 283वीं रैंक पाई और दिल्ली में चार साल तक बीटेक किया। बीटेक करते हुए तीसरे साल में ही उन्हें सैमसंग कंपनी में बैंगलोर में 22 लाख रुपये सालाना पैकेज पर नौकरी मिली, लेकिन उन्होंने ज्वाइन न करते सिविल सर्विस की तैैयारी की। तीसरे प्रयास में पिछले साल यूपीएससी में 239वीं रैंक प्राप्त की और आईपीएस के लिए चयनित हुए, लेकिन उनका सपना आईएएस बनना था।

इसके लिए उन्होंने एक साल का अवकाश लिया और तैयारी की, जिसमें उन्हें कामयाबी मिली। अर्पित ने बताया कि इस सफलता में उसे पूरे परिवार का सहयोग मिला है। बड़े भाई ने हर कदम पर उसका साथ दिया। पिता सुशील संगल और मां कुमकुम संगल, भाई और बहन अर्पित की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अर्पित की मेहनत पर भरोसा था। आज उसकी मेहनत सबके सामने हैं। उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और बहुत खुश है। अर्पित को बधाई देने व मिठाई खिलाने वालों का सिलसिला उनके आवास पर चल रहा है।

यह भी पढ़ें: टला बड़ा हादसा:   इंजन में फंसे पेड़ को लेकर दौड़ती रही संगम एक्सप्रेस, साढ़े तीन घंटे ठप रहा रेलवे ट्रैक, अटकी रहीं सांसें

पढ़ाई में जो कमी रह गई थी, उसे पूरा कर पाया मुकाम 
अर्पित संगल ने युवाओं के लिए कहा कि हौसला, आत्मविश्वास को मजबूत बनाएं। लक्ष्य तय करें और सच्ची लगन के साथ मेहनत करें, सफलता अवश्य मिलती है। अगर कभी फेलियर का भी सामना करना पड़े, तो निराश नहीं होना है। यूपीएससी जो चाहती है, उसे समझे और लगातार पढ़ाई करें। 

पिछले साल आईपीएस में चयनित होने के बाद उसे लगा कि अभी बहुत कुछ करना बाकी है, इसके लिए उसने फिर से तैयारी शुरू की। पिछली बार पढ़ाई में जो कमी रह गई थी, उनमें सुधार करते हुए मेहनत के साथ पूरा किया। अर्पित ने बताया कि उसने सेल्फ स्टडी की और यूपीएससी के सिलेबस और पिछले सालों के पेपर के आधार पर तैयारी की। बैडमिंटन खेलना और शायरी सुनना पसंद है। वे आमजन और अधिकारियों के बीच की दूरी कम करेंगे और आम लोगों की जो समस्याएं हैं, उनका समाधान कराने की पूरी कोशिश करेंगे।

स्कूल की तरफ से स्मृति चिन्ह भेंट कर दी बधाई
सेंट आरसी कान्वेंट स्कूल शामली के चेयरमैन अरविंद संगल ने यूपीएससी में 53वीं रैंक प्राप्त करने पर अर्पित संगल को बधाई देते हुए स्मृति चिह्न भेंट किया। अर्पित ने इंटर की पढ़ाई इसी स्कूल से की है। अरविंद ने बताया कि जिले में अंग्रेजी माध्यम स्कूल से अर्पित शायद पहला ऐसा छात्र है, जो यूपीएससी परीक्षा में शानदार सफलता प्राप्त की और आईएएस में चयनित हुए। इस सफलता पर स्कूल परिवार में खुशी का माहौल है। उन्होंने अर्पित संगल के माता, पिता समेत पूरे परिवार को भी बधाई दी।

यह भी पढ़ें -  UP News: पत्नी तंजीम फातिमा को ED का नोटिस मिलने से भड़के आजम खान

यह भी पढ़ें: Deoband: जमीयत के अधिवेशन का आज दूसरा दिन, मुस्लिम धर्मगुरुओं ने रखा प्रस्ताव- कॉमन सिविल कोड बर्दाश्त नहीं

सीओ चित्रांशु गौतम को मिली 630वीं रैंक 
यूपीएससी के परिणाम में सहारनुपर के सीओ बेहट चित्रांशु गौतम ने सफलता प्राप्त की है। उन्होंने 630वीं रैंक हासिल की है। उनका सपना आईएएस या आईपीएस बनना है। वह इस सपने को पूरा करने के लिए फिर प्रयास करेंगे।

मूल रूप से लखनऊ निवासी चित्रांशु गौतम ने वर्ष 2017 में पीपीएस में 53वीं रैंक हासिल की थी। उन्हें डिप्टी एसपी के पद पर ट्रेनिंग उपरांत पहली तैनाती सहारनपुर में मिली थी। वह बेहट सर्किल के डिप्टी एसपी हैं। सोमवार को आए यूपीएससी के परीक्षा परिणाम में उन्हें 630वीं रैंक हासिल हुई है। उन्होंने बताया कि ड्यूटी के चलते उन्हें दिन में पढ़ाई करने का मौका नहीं मिल पाता है। रात में एक से दो घंटे पढ़ाई कर पाते थे। उन्होंने बताया कि ये उनका चौथा इंटरव्यू है। उनका कहना है कि उन्हें 630 वीं रैंक मिली है। उनका सपना आईएएस, आईपीएस बनना है। इस सपने को पूरा करने के लिए वे फिर से प्रयास करेंगे। उधर, एसएसपी आकाश तोमर ने सीओ चित्रांशु गौतम को इस उपलब्धि पर बधाई दी है।

प्रोफाइल
नाम चित्रांशु-गौतम 
निवास स्थान-लखनऊ
वर्तमान तैनाती-डिप्टी एसपी बेहट सर्किल 
मुख्य हॉबी-दौड़ना व कुकिंग
सपना-आईएएस या आईपीएस बनना

विस्तार

संघ लोक सेवा आयोग (यूपीएससी) परीक्षा 2021 के घोषित परिणाम में शामली निवासी अर्पित संगल ने 53वीं रैंक पाई है। बेटे की कामयाबी पर परिवार में जश्न का माहौल है। माता-पिता समेत पूरे परिवार का कहना है कि उन्हें अर्पित पर गर्व है, जिसने परिवार के साथ अपने शहर और जिले का नाम रोशन किया है। पिछले साल तीसरे प्रयास में अर्पित का 239वीं रैंक मिलने पर आईपीएस में चयन हुआ था। इस बार उनका आईएएस बनने का सपना पूरा हुआ है।

यूपीएससी-2021 की परीक्षा का परिणाम सोमवार को घोषित हुआ। शामली के तालाब रोड निवासी अर्पित संगल ने 53वीं रैंक प्राप्त कर परिवार व जिले का मान बढ़ाया है। पिता सुशील संगल का नई मंडी में मूंगफली का कारोबार हैं और मां कुमकुम संगल गृहणी हैं। बड़े भाई शशांक बिजनेस करते हैं और पिता के कारोबार में सहयोग करते रहते हैं। साथ ही वे सीए की परीक्षा की भी तैयारी कर रहे हैं। छोटी बहन खुशी कक्षा 10 में पढ़ती है। 

अर्पित ने 2014 में सेंट आरसी कान्वेंट स्कूल शामली से इंटर की परीक्षा पास की थी। इसके बाद आईआईटी एडवांस में 283वीं रैंक पाई और दिल्ली में चार साल तक बीटेक किया। बीटेक करते हुए तीसरे साल में ही उन्हें सैमसंग कंपनी में बैंगलोर में 22 लाख रुपये सालाना पैकेज पर नौकरी मिली, लेकिन उन्होंने ज्वाइन न करते सिविल सर्विस की तैैयारी की। तीसरे प्रयास में पिछले साल यूपीएससी में 239वीं रैंक प्राप्त की और आईपीएस के लिए चयनित हुए, लेकिन उनका सपना आईएएस बनना था।

इसके लिए उन्होंने एक साल का अवकाश लिया और तैयारी की, जिसमें उन्हें कामयाबी मिली। अर्पित ने बताया कि इस सफलता में उसे पूरे परिवार का सहयोग मिला है। बड़े भाई ने हर कदम पर उसका साथ दिया। पिता सुशील संगल और मां कुमकुम संगल, भाई और बहन अर्पित की सफलता पर फूले नहीं समा रहे हैं। उनका कहना है कि उन्हें अर्पित की मेहनत पर भरोसा था। आज उसकी मेहनत सबके सामने हैं। उन्हें बहुत अच्छा लग रहा है और बहुत खुश है। अर्पित को बधाई देने व मिठाई खिलाने वालों का सिलसिला उनके आवास पर चल रहा है।

यह भी पढ़ें: टला बड़ा हादसा:   इंजन में फंसे पेड़ को लेकर दौड़ती रही संगम एक्सप्रेस, साढ़े तीन घंटे ठप रहा रेलवे ट्रैक, अटकी रहीं सांसें

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here