Mathura: योगी सरकार ने ब्रज को दी बड़ी सौगात, सूरदास ब्रजभाषा अकादमी का किया गठन, मुख्यमंत्री होंगे अध्यक्ष

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उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रज क्षेत्र को सांस्कृतिक, साहित्यिक और भाषा की दृष्टि से मंगलवार को बड़ी सौगात देते हुए सूरदास ब्रजभाषा अकादमी का गठन किया है। इस अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव भाषा विभाग सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं। अकादमी का कार्यालय गोवर्धन क्षेत्र के परासौली स्थिति सूरकुटी को बनाया जाएगा।

लंबे समय से ब्रज साहित्य से जुडे़ लोग खासकर ब्रजवासियों के स्तर से ब्रजभाषा अकादमी के गठन की मांग की जा रही थी। यहां तक कि ब्रज साहित्य से जुड़े लोगों ने इसके लिए शासन स्तर पर अनेक ज्ञापन दिए। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने ब्रज भाषा अकादमी के गठन के लिए शासन को संस्तुति भेजी थी। इस पर राज्य सरकार ने ब्रजभाषा साहित्य के परिरक्षण, प्रोत्साहन और विकास के लिए सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के गठन का प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा। 

राज्यपाल ने प्रदान की स्वीकृति 

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 31 मई को स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। राष्ट्रपति शासन की स्थिति में राज्यपाल अध्यक्ष रहेंगे। ब्रजभाषा के प्रचार-प्रसार से जुड़ा हुआ वरिष्ठ अध्येता, अकादमी का उपाध्यक्ष होगा, जिसका कार्यकाल एक वर्ष का होगा। उसे शासन की ओर से नामित किया जाएगा। 

अकादमी का सोसाइटी रजिस्ट्रीकरण नियमावली के शासन में अनुमोदन के उपरांत कराया जाएगा।  गौरतलब रहे कि मथुरा में उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद भी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में काम कर रही है। इसके बाद अब सूरदास ब्रजभाषा अकादमी भी मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में ब्रजभाषा के लिए काम करेगी।

ब्रज के लिए बड़ी उपलब्धि

उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद के उपाध्यक्ष शैलजाकांत मिश्र ने बताया कि यह ब्रज के लिए बड़ी उपलब्धि है। लंबे समय से यहां इसकी आवश्यकता को देखते हुए मांग भी की जा रही थी। सरकार ने ब्रज के साहित्य, संस्कृति, लोककला, संगीत के प्रोत्साहन और संवर्द्धन के लिए इस अकादमी का गठन किया है। परासौली में इसके लिए तीन करोड़ की लागत से भवन का निर्माण कराया जा रहा है। 

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पद्मश्री मोहन स्वरूप भाटिया ने कहा कि सूरकुटी के विकास के लिए प्रदेश व केंद्र सरकार को कई चिट्ठियां लिखी हैं। विश्व के 40 विश्वविद्यालयों में सूर साहित्य पढ़ाया जाता है। सवा लाख पदों की रचना सूरदास ने की है। वह यहां 73 साल रहे हैं। सूरदास की प्रतिमा बनाने की भी मांग की थी। प्रदेश सरकार का निर्णय स्वागत योग्य है।

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उत्तर प्रदेश सरकार ने ब्रज क्षेत्र को सांस्कृतिक, साहित्यिक और भाषा की दृष्टि से मंगलवार को बड़ी सौगात देते हुए सूरदास ब्रजभाषा अकादमी का गठन किया है। इस अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ होंगे। मुख्य सचिव, प्रमुख सचिव और सचिव भाषा विभाग सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के कार्यकारी अध्यक्ष बनाए गए हैं। अकादमी का कार्यालय गोवर्धन क्षेत्र के परासौली स्थिति सूरकुटी को बनाया जाएगा।

लंबे समय से ब्रज साहित्य से जुडे़ लोग खासकर ब्रजवासियों के स्तर से ब्रजभाषा अकादमी के गठन की मांग की जा रही थी। यहां तक कि ब्रज साहित्य से जुड़े लोगों ने इसके लिए शासन स्तर पर अनेक ज्ञापन दिए। इसी के दृष्टिगत उत्तर प्रदेश ब्रज तीर्थ विकास परिषद ने ब्रज भाषा अकादमी के गठन के लिए शासन को संस्तुति भेजी थी। इस पर राज्य सरकार ने ब्रजभाषा साहित्य के परिरक्षण, प्रोत्साहन और विकास के लिए सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के गठन का प्रस्ताव राज्यपाल को भेजा। 

राज्यपाल ने प्रदान की स्वीकृति 

राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 31 मई को स्वीकृति प्रदान कर दी है। प्रमुख सचिव जितेंद्र कुमार की ओर से जारी आदेश में बताया गया है कि सूरदास ब्रजभाषा अकादमी के अध्यक्ष मुख्यमंत्री होंगे। राष्ट्रपति शासन की स्थिति में राज्यपाल अध्यक्ष रहेंगे। ब्रजभाषा के प्रचार-प्रसार से जुड़ा हुआ वरिष्ठ अध्येता, अकादमी का उपाध्यक्ष होगा, जिसका कार्यकाल एक वर्ष का होगा। उसे शासन की ओर से नामित किया जाएगा। 

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