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मौरावां (उन्नाव)। मौरावां-बछरावां मार्ग पर चंद्रिका बक्सखेड़ा के पास लोडर को ओवरटेक करते समय डीसीएम ने बाइक को चपेट में ले लिया। इस हादसे में बाइक सवार ननद-भाभी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। समय पर एंबुलेंस न पहुंचने पर गुस्साए लोगों ने बल्ली रखकर जाम लगा दिया। सीओ पुरवा के समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया।
रायबरेली जिले के बछरावां थाना क्षेत्र के गांव मदाखेड़ा निवासी रामशरन का बेटा शिवशरन (27) मां शिवप्यारी (45) और बुआ विशुनकली (60) को बाइक से रायबरेली जिले के ही दिलीपशाह खेड़ा निवासी रिश्तेदार पप्पू शर्मा के यहां वैवाहिक कार्यक्रम में गुरुवार को आया था। शुक्रवार की सुबह लौटते समय अकोहरी गांव में रिश्तेदार के यहां रुक गया।
दोपहर बाद लगभग तीनों बाइक से घर जा रहे थे। मौरावां-बछरावां मार्ग पर चंद्रिका बक्सखेड़ा के पास लोडर को ओवरटेक करते समय सामने से आ रही डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी। शिवप्यारी और विशुनकली की मौके पर ही मौत हो गई है। स्थानीय लोगों ने घायल शिवशरन को मौरावां सीएचसी पहुंचाया। वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
सूचना पर पहुंचे परिजनों को देख भीड़ ने समय से एंबुलेंस न पहुंचने की बात बताते हुए मुख्य मार्ग पर बल्ली रखकर जाम लगा दिया। शवों को उठाने से पुलिस को रोक दिया। सीओ पुरवा पंकज सिंह और पुरवा कोतवाल ज्ञानेंद्र सिंह ने समझाने का प्रयास किया। लोगों ने ब्रेकर बनवाने और डीसीएम चालक पर कार्रवाई की मांग रखी। सीओ ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद हंगामा शांत हुआ। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
एंबुलेंस समय से आती तो बच सकती थी वृद्धा की जान
परिजनों का आरोप है कि घायल वृद्धा करीब 40 मिनट तक सड़क पर पड़ी रही। एंबुलेंस को फोन किया गया लेकिन समय पर नहीं आई। यदि समय से एंबुलेंस आ जाती तो विशुनकली की जान बच सकती थी। सीओ ने बताया कि डीसीएम पुलिस के कब्जे में है। परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।
जाम में फंसे वाहन, लगी लंबी कतार
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने दोपहर 3:30 बजे मार्ग जाम कर दिया था। सीओ के समझाने के बाद शाम छह बजे जाम खुल सका। करीब ढाई घंटे तक जाम में वाहन फंसे रहे। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। जाम में फंसकर लोग बेहाल हो गए।
घटना के बाद रोते, बिलखते परिजन। संवाद– फोटो : UNNAO
मौरावां (उन्नाव)। मौरावां-बछरावां मार्ग पर चंद्रिका बक्सखेड़ा के पास लोडर को ओवरटेक करते समय डीसीएम ने बाइक को चपेट में ले लिया। इस हादसे में बाइक सवार ननद-भाभी की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि बाइक चला रहा युवक गंभीर रूप से घायल हो गया। समय पर एंबुलेंस न पहुंचने पर गुस्साए लोगों ने बल्ली रखकर जाम लगा दिया। सीओ पुरवा के समझा-बुझाकर लोगों को शांत किया।
रायबरेली जिले के बछरावां थाना क्षेत्र के गांव मदाखेड़ा निवासी रामशरन का बेटा शिवशरन (27) मां शिवप्यारी (45) और बुआ विशुनकली (60) को बाइक से रायबरेली जिले के ही दिलीपशाह खेड़ा निवासी रिश्तेदार पप्पू शर्मा के यहां वैवाहिक कार्यक्रम में गुरुवार को आया था। शुक्रवार की सुबह लौटते समय अकोहरी गांव में रिश्तेदार के यहां रुक गया।
दोपहर बाद लगभग तीनों बाइक से घर जा रहे थे। मौरावां-बछरावां मार्ग पर चंद्रिका बक्सखेड़ा के पास लोडर को ओवरटेक करते समय सामने से आ रही डीसीएम ने बाइक में टक्कर मार दी। शिवप्यारी और विशुनकली की मौके पर ही मौत हो गई है। स्थानीय लोगों ने घायल शिवशरन को मौरावां सीएचसी पहुंचाया। वहां से जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया।
सूचना पर पहुंचे परिजनों को देख भीड़ ने समय से एंबुलेंस न पहुंचने की बात बताते हुए मुख्य मार्ग पर बल्ली रखकर जाम लगा दिया। शवों को उठाने से पुलिस को रोक दिया। सीओ पुरवा पंकज सिंह और पुरवा कोतवाल ज्ञानेंद्र सिंह ने समझाने का प्रयास किया। लोगों ने ब्रेकर बनवाने और डीसीएम चालक पर कार्रवाई की मांग रखी। सीओ ने जल्द कार्रवाई का आश्वासन दिया। इसके बाद हंगामा शांत हुआ। पुलिस ने शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
एंबुलेंस समय से आती तो बच सकती थी वृद्धा की जान
परिजनों का आरोप है कि घायल वृद्धा करीब 40 मिनट तक सड़क पर पड़ी रही। एंबुलेंस को फोन किया गया लेकिन समय पर नहीं आई। यदि समय से एंबुलेंस आ जाती तो विशुनकली की जान बच सकती थी। सीओ ने बताया कि डीसीएम पुलिस के कब्जे में है। परिजनों की तहरीर पर कार्रवाई की जाएगी।
जाम में फंसे वाहन, लगी लंबी कतार
घटना के बाद आक्रोशित परिजनों ने दोपहर 3:30 बजे मार्ग जाम कर दिया था। सीओ के समझाने के बाद शाम छह बजे जाम खुल सका। करीब ढाई घंटे तक जाम में वाहन फंसे रहे। इससे दोनों ओर वाहनों की लंबी कतारें लगी रहीं। जाम में फंसकर लोग बेहाल हो गए।
घटना के बाद रोते, बिलखते परिजन। संवाद– फोटो : UNNAO
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