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पाटन। कोटेदार के खिलाफ की गईं शिकायतों की जांच करने गई अफसरों की टीम के सामने ही मारपीट हो गई। सुरक्षा के लिए गई पुलिस टीम के एक दारोगा वहां से निकल लिए, जबकि भगवंतनगर चौकी प्रभारी ने खतरा बताकर किनारा कर लिया। ऐसे में जांच करने गए नायब तहसीलदार और पूर्ति विभाग के अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा।
मामला बीघापुर तहसील के ग्राम जप्सरा का है। कोटेदार लालता प्रसाद यादव के खिलाफ प्रधान मायाराम, शिवकुमारी, शंकर, प्रकाश सिंह, सुधीर कुमार और नंद प्रकाश आदि ने घटतौली, राशन न देने और उपभोक्ताओं से अभद्रता की शिकायत एसडीएम से की थी। बुधवार को नायब तहसीलदार राकेश कुमार और पूर्ति निरीक्षक अमित यादव पुलिस टीम के साथ जांच करने पहुंचे।
कुछ ग्रामीणों ने एकपक्षीय बयान लेने की बात कहते हुए विरोध किया। इसको लेकर प्रधान और कोटेदार पक्ष के बीच पुलिस बल के सामने विवाद के साथ मारपीट हो गई। विवाद रोकने की बजाय पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
नायब तहसीलदार राकेश कुमार ने बताया कि बिहार थाने के दरोगा जयनारायण मिश्रा बिना बताए भाग खड़े हुए, जबकि चौकी प्रभारी द्रगपाल सिंह ने विवाद बढ़ने की आशंका बताते हुए जांच में सहयोग से मना कर दिया। ऐसे में मात्र जप्सरा के ही कार्डधारकों के बयान हो सके। अधिकारियों ने एसडीएम दयाशंकर पाठक को घटनाक्रम की जानकारी दी। एसडीएम ने बताया कि शेष कार्डधारकों के बयान शुक्रवार को होंगे।
जांच के दौरान कोटेदार के पक्ष में कई थानों में वांछित चल रहे अभियुक्त के पहुंचने से मामला गरमा गया। जांच के दौरान बहादुर उर्फ पहाड़ी निवासी सीपतपुर पहुंचा और कोटेदार के पक्ष में बयान देने का ग्रामीणों पर दबाव बनाने लगा। इससे पुलिस के सामने मारपीट होने लगी। पुलिस मूकदर्शक बनी रही और वांछित अभियुक्त मारपीट करके भाग गया।
पाटन। कोटेदार के खिलाफ की गईं शिकायतों की जांच करने गई अफसरों की टीम के सामने ही मारपीट हो गई। सुरक्षा के लिए गई पुलिस टीम के एक दारोगा वहां से निकल लिए, जबकि भगवंतनगर चौकी प्रभारी ने खतरा बताकर किनारा कर लिया। ऐसे में जांच करने गए नायब तहसीलदार और पूर्ति विभाग के अधिकारियों को बैरंग लौटना पड़ा।
मामला बीघापुर तहसील के ग्राम जप्सरा का है। कोटेदार लालता प्रसाद यादव के खिलाफ प्रधान मायाराम, शिवकुमारी, शंकर, प्रकाश सिंह, सुधीर कुमार और नंद प्रकाश आदि ने घटतौली, राशन न देने और उपभोक्ताओं से अभद्रता की शिकायत एसडीएम से की थी। बुधवार को नायब तहसीलदार राकेश कुमार और पूर्ति निरीक्षक अमित यादव पुलिस टीम के साथ जांच करने पहुंचे।
कुछ ग्रामीणों ने एकपक्षीय बयान लेने की बात कहते हुए विरोध किया। इसको लेकर प्रधान और कोटेदार पक्ष के बीच पुलिस बल के सामने विवाद के साथ मारपीट हो गई। विवाद रोकने की बजाय पुलिस मूकदर्शक बनी रही।
नायब तहसीलदार राकेश कुमार ने बताया कि बिहार थाने के दरोगा जयनारायण मिश्रा बिना बताए भाग खड़े हुए, जबकि चौकी प्रभारी द्रगपाल सिंह ने विवाद बढ़ने की आशंका बताते हुए जांच में सहयोग से मना कर दिया। ऐसे में मात्र जप्सरा के ही कार्डधारकों के बयान हो सके। अधिकारियों ने एसडीएम दयाशंकर पाठक को घटनाक्रम की जानकारी दी। एसडीएम ने बताया कि शेष कार्डधारकों के बयान शुक्रवार को होंगे।
जांच के दौरान कोटेदार के पक्ष में कई थानों में वांछित चल रहे अभियुक्त के पहुंचने से मामला गरमा गया। जांच के दौरान बहादुर उर्फ पहाड़ी निवासी सीपतपुर पहुंचा और कोटेदार के पक्ष में बयान देने का ग्रामीणों पर दबाव बनाने लगा। इससे पुलिस के सामने मारपीट होने लगी। पुलिस मूकदर्शक बनी रही और वांछित अभियुक्त मारपीट करके भाग गया।
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