कोबरा के जहर को हराकर अंतरराष्ट्रीय पैरा निशानेबाज सोनिया शर्मा एक बार फिर शूटिंग रेंज में पसीना बहाने पहुंच रही हैं। वर्ल्ड शूटिंग चैंपियनशिप के लिए जुलाई में दिल्ली में भारतीय पैरा निशानेबाजी टीम के लिए होने वाले ट्रायल में अंतरराष्ट्रीय पैरा निशानेबाज सोनिया शर्मा हिस्सा लेंगी। दिसंबर में फरीदाबाद में भारतीय निशानेबाजी कैंप करने के दौरान हॉस्टल में उन्हें कोबरा ने डस लिया था। सोनिया को लगभग आठ दिनों तक अस्पताल में भर्ती रहना पड़ा। चिकित्सकों ने भी सब कुछ भगवान भरोसे छोड़ दिया।
मौत से जंग लड़ने के बाद अपने हौंसलों के बूते एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय पैरा निशानेबाज सोनिया शर्मा वर्ल्ड चैंपियनशिप में प्रतिभाग करने का जुनून लेकर शूटिंग रेंज में उतरी हैं। हर रोज चार से पांच घंटे अभ्यास कर रही हैं। 10 मीटर एयर पिस्टल में अंतरराष्ट्रीय निशानेबाज सोनिया शर्मा की मां जनक शर्मा बेटी के बढ़तों कदमों को मजबूती देने का काम करती हैं। शूटिंग रेंज के लिए निकलने से पहले डाइट तैयार कर देती हैं।
एकाग्रता है ताकत: कोच विक्रांत
संकल्प शूटिंग एकेडमी, दयालबाग में निशानेबाजी की बारीकियां सिखाने वाले सोनिया के कोच विक्रांत सिंह का कहना है कि निशाने लगाते समय सोनिया की एकाग्रता उन्हें दूसरे खिलाड़ियों से अलग करती है। अपनी इसी खासियत के लिए सोनिया अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय स्तर पर कई पदक जीत चुकी हैं। वे बताते हैं कि निशाने में एकाग्रता बनाए रखने के लिए सोनिया ने फिर से हर रोज तीन घंटे अभ्यास करना शुरू कर दिया है।
फिर वर्ल्ड कप खेलना मेरा लक्ष्य: सोनिया
मेरा मकसद देश के लिए ज्यादा से ज्यादा पदक लाना है। सांप के डसने के कारण कुछ महीने तक रेंज से बाहर रहना पड़ा था। मार्च में फिर अभ्यास करना शुरू किया। घटना से उबरने के बाद अब अभ्यास पर पूरा ध्यान दे पा रही हूं। मुझे उम्मीद है कि इस बार भी मैं वर्ल्ड कप खेलूंगी।