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अचलगंज (उन्नाव)। निर्माणाधीन अचलगंज-पुरवा मार्ग पर चपरी पुल के पास गड्ढे में उछलने से अनियंत्रित हुई कार पानी भरी खंती में पलट गई। पानी अधिक होने से कार डूबने लगी। आसपास के लोगों ने शीशे तोड़कर कार सवार चचेरे भाइयों को बाहर निकाला। पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो गई।
पुरवा कस्बा के मोहल्ला कस्टोलवा निवासी पत्रकार आशीष बाजपेई (42), चचेरे भाई विकास बाजपेई (32) के साथ रविवार को फुफेरे भाई विनीत के यहां कानपुर गए थे। रात करीब 11 बजे दोनों कार से घर लौट रहे थे। चपरी पुल की ढाल पर गड्ढे में जाने से कार का संतुलन बिगड़ गया और सड़क किनारे पानी भरी खंती में पलट गई।
आवाज सुनकर पास में ही मकान बनवा रहे घस्सिलपुरवा निवासी अर्जुन सिंह चार लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। कार में पानी भरा देखकर उन्होंने शीशे तोड़कर दोनों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। पीआरवी एंबुलेंस लेकर पहुंची और दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के मोबाइल भी खराब हो गए। पुलिस ने सिम निकालकर दूसरे फोन से परिजनों को सूचना दी। डीएम के निर्देश पर दोनों का सोमवार सुबह पांच बजे पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। अचलगंज एसओ अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि कार अनियंत्रित होने से हादसा हुआ है।
सड़क चौड़ीकरण के लिए खोदी मिट्टी, बारिश का पानी बन गया काल
उन्नाव। 24 किमी लंबे अचलगंज-पुरवा मार्ग के चौड़ीकरण का काम करीब एक साल से चल रहा है। मार्ग के चौड़ीकरण पर 48 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। कार्य को 100 दिन की कार्ययोजना में भी शामिल कर 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। चौड़ीकरण के लिए खोदी गई मिट्टी से हुई खंती में बारिश का पानी भर गया जो चचेरे भाइयों के लिए काल बन गया।
पीडब्ल्यूडी के एई अनुपम शुक्ला ने बताया कि मार्ग का काम पूरा हो गया है। पानी भरने से चार-पांच पुलिया का निर्माण रुक गया है। उसे भी पूरा कराया जा रहा है। बताया कि सड़क में जो गड्ढे हैं उन्हें भरवाया जा रहा है।
शीशा तोड़ने से मना करने पर हो गई देरी
उन्नाव। निर्माणाधीन अचलगंज-पुरवा मार्ग पर चपरी पुल के पास हुए हादसे में चचेरे भाइयों की जान बचाने का प्रयास करने वाले अर्जुन ने बताया हादसे के वक्त कार आशीष चला रहे थे और विकास बगल वाली सीट पर बैठे थे। घटनास्थल पर पहुंचते ही उसने शीशा तोड़ने की कोशिश की लेकिन दरवाजा खोलने का प्रयास कर रहे विकास ने इशारा कर शीशा तोड़ने से रोक दिया। इसी दौरान कार के अधिकांश हिस्से में पानी भर गया तो उसने ईंट से कई वार कर शीशा तोड़ा और लोगों की मदद से दोनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो गई। उसी समय शीशा तोड़ दिया होता तो शायद दोनों की जान बच जाती।
आशीष के माता-पिता का कई साल पहले देहांत हो चुका है। आशीष और उनके बड़े भाई अनुराग एक ही घर में रहते थे। आशीष का शव देखकर पत्नी शीलू और आठ साल की बेटी मान्या का रो-रोकर बुरा हाल है। चचेरा भाई विकास भी साथ रहता था। विकास के पिता का निधन हो चुका है। उसकी मां आशा और बड़े भाई विवेक भी बेहाल हैं। सोमवार सुबह दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। सूचना पर सांसद साक्षी महाराज घर पहुंचे। उन्होंने आशीष की बेटी मान्या को ढांढस बंधाया। सांसद ने परिवार की हर संभव मदद करने की बात कही।
अचलगंज (उन्नाव)। निर्माणाधीन अचलगंज-पुरवा मार्ग पर चपरी पुल के पास गड्ढे में उछलने से अनियंत्रित हुई कार पानी भरी खंती में पलट गई। पानी अधिक होने से कार डूबने लगी। आसपास के लोगों ने शीशे तोड़कर कार सवार चचेरे भाइयों को बाहर निकाला। पुलिस उन्हें अस्पताल ले गई, लेकिन तब तक दोनों की मौत हो गई।
पुरवा कस्बा के मोहल्ला कस्टोलवा निवासी पत्रकार आशीष बाजपेई (42), चचेरे भाई विकास बाजपेई (32) के साथ रविवार को फुफेरे भाई विनीत के यहां कानपुर गए थे। रात करीब 11 बजे दोनों कार से घर लौट रहे थे। चपरी पुल की ढाल पर गड्ढे में जाने से कार का संतुलन बिगड़ गया और सड़क किनारे पानी भरी खंती में पलट गई।
आवाज सुनकर पास में ही मकान बनवा रहे घस्सिलपुरवा निवासी अर्जुन सिंह चार लोगों के साथ मौके पर पहुंचे। कार में पानी भरा देखकर उन्होंने शीशे तोड़कर दोनों को बाहर निकाला और पुलिस को सूचना दी। पीआरवी एंबुलेंस लेकर पहुंची और दोनों को जिला अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। दोनों के मोबाइल भी खराब हो गए। पुलिस ने सिम निकालकर दूसरे फोन से परिजनों को सूचना दी। डीएम के निर्देश पर दोनों का सोमवार सुबह पांच बजे पोस्टमार्टम कराया गया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में डूबने से मौत की पुष्टि हुई है। अचलगंज एसओ अरविंद कुमार पांडेय ने बताया कि कार अनियंत्रित होने से हादसा हुआ है।
सड़क चौड़ीकरण के लिए खोदी मिट्टी, बारिश का पानी बन गया काल
उन्नाव। 24 किमी लंबे अचलगंज-पुरवा मार्ग के चौड़ीकरण का काम करीब एक साल से चल रहा है। मार्ग के चौड़ीकरण पर 48 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं। कार्य को 100 दिन की कार्ययोजना में भी शामिल कर 30 जून तक पूरा करने का लक्ष्य तय किया गया था। चौड़ीकरण के लिए खोदी गई मिट्टी से हुई खंती में बारिश का पानी भर गया जो चचेरे भाइयों के लिए काल बन गया।
पीडब्ल्यूडी के एई अनुपम शुक्ला ने बताया कि मार्ग का काम पूरा हो गया है। पानी भरने से चार-पांच पुलिया का निर्माण रुक गया है। उसे भी पूरा कराया जा रहा है। बताया कि सड़क में जो गड्ढे हैं उन्हें भरवाया जा रहा है।
शीशा तोड़ने से मना करने पर हो गई देरी
उन्नाव। निर्माणाधीन अचलगंज-पुरवा मार्ग पर चपरी पुल के पास हुए हादसे में चचेरे भाइयों की जान बचाने का प्रयास करने वाले अर्जुन ने बताया हादसे के वक्त कार आशीष चला रहे थे और विकास बगल वाली सीट पर बैठे थे। घटनास्थल पर पहुंचते ही उसने शीशा तोड़ने की कोशिश की लेकिन दरवाजा खोलने का प्रयास कर रहे विकास ने इशारा कर शीशा तोड़ने से रोक दिया। इसी दौरान कार के अधिकांश हिस्से में पानी भर गया तो उसने ईंट से कई वार कर शीशा तोड़ा और लोगों की मदद से दोनों को बाहर निकाला लेकिन तब तक बहुत देर हो गई। उसी समय शीशा तोड़ दिया होता तो शायद दोनों की जान बच जाती।
आशीष के माता-पिता का कई साल पहले देहांत हो चुका है। आशीष और उनके बड़े भाई अनुराग एक ही घर में रहते थे। आशीष का शव देखकर पत्नी शीलू और आठ साल की बेटी मान्या का रो-रोकर बुरा हाल है। चचेरा भाई विकास भी साथ रहता था। विकास के पिता का निधन हो चुका है। उसकी मां आशा और बड़े भाई विवेक भी बेहाल हैं। सोमवार सुबह दोनों की अर्थी एक साथ उठी तो वहां मौजूद हर शख्स की आंखें नम हो गईं। सूचना पर सांसद साक्षी महाराज घर पहुंचे। उन्होंने आशीष की बेटी मान्या को ढांढस बंधाया। सांसद ने परिवार की हर संभव मदद करने की बात कही।
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