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तेरहवीं के बाद तबादला पाने वाले सर्जन डॉ. दीपेंद्र सिंह की पत्नी डॉ. आभा सिंह को प्रयागराज में ही स्थायी नौकरी मिलेगी। दिवंगत चिकित्सक की पत्नी और बच्चों से मिलने मंगलवार को उनके घर पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यह घोषणा की। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और चिकित्सक के पुत्र को अपने पास बुलाकर दुलारा। डिप्टी सीएम ने पत्नी और भाई से कहा कि सरकार इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। मौत के बाद किए गए तबादले की जांच कराई जा रही है। इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
लिवर संक्रमण के इलाज के लिए पांच साल से तबादला मांग रहे डॉ. दीपेंद्र की तेरहवीं के बाद हुए तबादले पर किरकिरी से बचने के लिए सरकार अब जख्मों पर मरहम लगाने में जुट गई है। अमर उजाला में इस खबर के प्रमुखता से प्रकाशित होने बाद न सिर्फ सरकार ने तबादले में हुई इस गड़बड़ी की जांच का आदेश दिया, बल्कि मंगलवार की दोपहर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अल्लापुर स्थित दिवंगत चिकित्सक दीपेंद्र के परिजनों के आंसू पोछने उनके घर पहुंचे।
वहां उन्होंने पत्नी डॉ. आभा सिंह और भाई हेमेंद्र सिंह से मिलकर तेरहवीं के बाद स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी हुए डॉ. दीपेंद्र के तबादला आदेश की जांच शुरू कराने की जानकारी दी। डिप्टी सीएम ने परिजनों को ढांढस बंधाया। डॉ दीपेंद्र के पुत्र को अपने पास बुलाकर बैठाया और उसे भी सांत्वना दी। इस दौरान उन्होंने संकट की घड़ी में दीपेंद्र के परिजनों के साथ खड़ा रहने का भरोसा दिलाया। इस दौरान जब उनसे पूछा गया कि डॉ. दीपेंद्र की पत्नी को सरकार कब तक नौकरी देगी?
डिप्टी सीएम का कहना था कि जल्द ही प्रयागराज में ही उनको सरकार पक्की नौकरी देगी। इस मौके पर डीएम संजय खत्री, मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. नानक सरन, डॉ. शार्दूल सिंह, डॉ. अशोक अग्रवाल, इलाहाबाद मेडिकल एसोसिएशन के अध्यक्ष डॉ. सुजीत सिंह, एएमए के उपाध्यक्ष डॉ. राजेश मौर्या, एएमए के सचिव डॉ. आशुतोष गुप्ता, डॉ. युगांतर पांडेय, एसआरएन में कोरोना के नोडल अफसर डॉ. उत्सव सिंह, आई सर्जन डॉ. अतुल दुबे समेत कई चिकित्सक और अधिकारी मौजूद थे।
चिकित्सकों के तबादले में मनमानी की जांच रिपोर्ट का इंतजार, गिरेगी गाज
डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने दिवंगत डॉ. दीपेंद्र के तबादले समेत चिकित्सकों की तबादला सूची में विसंगतियों को स्वीकार किया। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच रिपोर्ट का उन्हें इंतजार है। तबादला सूची समेत अन्य दस्तावेज अपर मुख्य सचिव से मांगे गए हैं। रिपोर्ट आने के बाद दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।
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तेरहवीं के बाद तबादला पाने वाले सर्जन डॉ. दीपेंद्र सिंह की पत्नी डॉ. आभा सिंह को प्रयागराज में ही स्थायी नौकरी मिलेगी। दिवंगत चिकित्सक की पत्नी और बच्चों से मिलने मंगलवार को उनके घर पहुंचे डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने यह घोषणा की। उन्होंने परिजनों को ढांढस बंधाया और चिकित्सक के पुत्र को अपने पास बुलाकर दुलारा। डिप्टी सीएम ने पत्नी और भाई से कहा कि सरकार इस घड़ी में उनके साथ खड़ी है। मौत के बाद किए गए तबादले की जांच कराई जा रही है। इसके लिए जिम्मेदार अफसरों पर कार्रवाई की जाएगी।
लिवर संक्रमण के इलाज के लिए पांच साल से तबादला मांग रहे डॉ. दीपेंद्र की तेरहवीं के बाद हुए तबादले पर किरकिरी से बचने के लिए सरकार अब जख्मों पर मरहम लगाने में जुट गई है। अमर उजाला में इस खबर के प्रमुखता से प्रकाशित होने बाद न सिर्फ सरकार ने तबादले में हुई इस गड़बड़ी की जांच का आदेश दिया, बल्कि मंगलवार की दोपहर डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक अल्लापुर स्थित दिवंगत चिकित्सक दीपेंद्र के परिजनों के आंसू पोछने उनके घर पहुंचे।
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