उन्नावः मृतका की मां ने पति व सास-ससुर पर दर्ज कराई हत्या की रिपोर्ट

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पुरवा। नगर के मोहल्ला वजीरगंज में गला दबाकर विवाहिता की हत्या के मामले में मृतका की मां ने पति (दामाद) और सास-ससुर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। शनिवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में शरीर में चोटें और गला कसने की पुष्टि हुई है।
पुरवा के वजीरगंज मोहल्ला निवासी ऊषा की शुक्रवार रात उसके ही पति संदीप उर्फ संजय सैनी ने नशे की हालत में मारपीट के बाद गला दबाकर हत्या कर दी थी। शनिवार को नई दिल्ली के पिलांजी गांव निवासी मृतका की मां प्रभा कुरील परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचीं। बताया कि संदीप सरोजिनी नगर मार्केट में कपड़े बेचने का काम करता था। वह लोग भी उसी मकान में किराए पर रहते थे।
इसी बीच बेटी ऊषा और संदीप में दोस्ती हो गई थी। आठ साल पहले दोनों ने बिना बताए मंदिर में शादी कर ली और साउथ वेस्ट की प्रधान चौक साधनगर पालम कॉलोनी में रहने लगे थे।
कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान संदीप उषा और कृष्णा (5) ढाई साल की बेटी जुनू के साथ अपने घर पुरवा आ गया था। यहां फूल बेचने का काम करने लगा। शराब का लती होने से वह आए दिन ऊषा और बच्चों को पीटता था। कोतवाल चंद्रकांत सिंह ने बताया कि मृतका की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।
18 जून को तहसील दिवस में की थी शिकायत
ऊषा की बड़ी बहन सीमा ने बताया कि पति के लेने न आने पर 18 जून को वह पहले पुरवा कोतवाली पहुंची, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फिर वहीं समाधान दिवस में डीएम से मिली और बच्चे दिलाने की तहरीर दी। उसका कहना है कि किसी ने उसकी मदद नहीं की। इससे दोनों वापस हो गए।
नौ दिन पहले बिना बताए पति के पास आई थी
बड़ी बहन सीमा ने बताया कि नौ दिन पहले ऊषा घर में किसी को बिना बताए ही पुरवा में पति के पास आ गई थी। तब से यही थी। शुक्रवार की रात पड़ोसियों ने गला दबाकर हत्या करने की जानकारी दी।
बाबा-दादी को दिए गए दोनों बच्चे
मां की मौत और पिता के हिरासत में होने से पुलिस ने दोनों बच्चों को बाबा नरेश और दादी रामा को सौंप दिया, जबकि ऊषा की बहन बच्चों को साथ ले जाना चाहती है। उसका कहना है कि बच्चों को भी ये लोग मार देंगे।

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पुरवा। नगर के मोहल्ला वजीरगंज में गला दबाकर विवाहिता की हत्या के मामले में मृतका की मां ने पति (दामाद) और सास-ससुर के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई है। शनिवार को पुलिस ने शव का पोस्टमार्टम कराया। रिपोर्ट में शरीर में चोटें और गला कसने की पुष्टि हुई है।

पुरवा के वजीरगंज मोहल्ला निवासी ऊषा की शुक्रवार रात उसके ही पति संदीप उर्फ संजय सैनी ने नशे की हालत में मारपीट के बाद गला दबाकर हत्या कर दी थी। शनिवार को नई दिल्ली के पिलांजी गांव निवासी मृतका की मां प्रभा कुरील परिजनों के साथ कोतवाली पहुंचीं। बताया कि संदीप सरोजिनी नगर मार्केट में कपड़े बेचने का काम करता था। वह लोग भी उसी मकान में किराए पर रहते थे।

इसी बीच बेटी ऊषा और संदीप में दोस्ती हो गई थी। आठ साल पहले दोनों ने बिना बताए मंदिर में शादी कर ली और साउथ वेस्ट की प्रधान चौक साधनगर पालम कॉलोनी में रहने लगे थे।

कोरोना काल में लॉकडाउन के दौरान संदीप उषा और कृष्णा (5) ढाई साल की बेटी जुनू के साथ अपने घर पुरवा आ गया था। यहां फूल बेचने का काम करने लगा। शराब का लती होने से वह आए दिन ऊषा और बच्चों को पीटता था। कोतवाल चंद्रकांत सिंह ने बताया कि मृतका की मां की तहरीर पर रिपोर्ट दर्ज की गई है।

18 जून को तहसील दिवस में की थी शिकायत

ऊषा की बड़ी बहन सीमा ने बताया कि पति के लेने न आने पर 18 जून को वह पहले पुरवा कोतवाली पहुंची, लेकिन सुनवाई नहीं हुई। फिर वहीं समाधान दिवस में डीएम से मिली और बच्चे दिलाने की तहरीर दी। उसका कहना है कि किसी ने उसकी मदद नहीं की। इससे दोनों वापस हो गए।

नौ दिन पहले बिना बताए पति के पास आई थी

बड़ी बहन सीमा ने बताया कि नौ दिन पहले ऊषा घर में किसी को बिना बताए ही पुरवा में पति के पास आ गई थी। तब से यही थी। शुक्रवार की रात पड़ोसियों ने गला दबाकर हत्या करने की जानकारी दी।

बाबा-दादी को दिए गए दोनों बच्चे

मां की मौत और पिता के हिरासत में होने से पुलिस ने दोनों बच्चों को बाबा नरेश और दादी रामा को सौंप दिया, जबकि ऊषा की बहन बच्चों को साथ ले जाना चाहती है। उसका कहना है कि बच्चों को भी ये लोग मार देंगे।

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