Agra : नौ महीने से कब्र में दफन शव खोलेगा युवक की मौत का राज, पुलिस कराएगी पोस्टमार्टम

0
24

[ad_1]

आगरा के रुनकता के गांव चौमा में नौ महीने पहले पेंटर रफीक की मौत का राज जानने के लिए शव को कब्र से निकाला जाएगा। उसकी पत्नी साबना ने हत्या का आरोप लगाया था। थाना सिकंदरा में कोर्ट के आदेश पर पांच लोगों के खिलाफ अपहरण और हत्या की धारा में मुकदमा दर्ज किया गया। जिलाधिकारी से आदेश मिलने पर पुलिस अब कब्र से शव निकालने की कार्रवाई करेगी। इसके बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा जाएगा।

रुनकता स्थित गांव चौमा निवासी रफीक पेंटर का कार्य करता था। उसका निकाह पांच साल पहले वृंदावन के गांव सकराया निवासी साबना से हुआ था। उनके एक बेटा तीन साल तो दूसरा एक साल का है। साबना ने कोर्ट के आदेश पर थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज कराया है। आरोप लगाया कि 15 अक्तूबर 2021 को मोहल्ले के ही पप्पू, दिलवर, वकील, शकील और नसीब से कहासुनी हो गई थी। इस दौरान आरोपियों ने पति के साथ मारपीट कर दी। रफीक ने मारपीट की शिकायत रुनकता चौकी पर की। 

रफीक द्वारा शिकायत किए जाने का पता चलने पर आरोपी रंजिश मान गए। उन्होंने साजिश की। शाम को आरोपी पति के पास आए। उससे कहा कि राजीनामा कर लो। इसके बाद अपने साथ लेकर चले गए। पति काफी देर बाद भी लौटकर नहीं आया। साबना और परिजनों ने रफीक की तलाश की, लेकिन पता नहीं चला। उधर, आरोपी भी घरों से भाग गए। 

यह भी पढ़ें -  UP : पुलिस जीप पर ट्रक चढ़ाकर चालक वाहन समेत फरार, दरोगा सिपाही घायल

19 अक्तूबर 2021 को पति के शव को ट्रैक्टर-ट्रॉली में आरोपी रखकर लाए। उन्होंने पुलिस को सूचना दी। मगर, पुलिस नहीं पहुंची। इस पर शव को बिना पोस्टमार्टम के दफना दिया गया। मुकदमा दर्ज होने के बाद साबना ने पति के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए जिलाधिकारी से गुहार लगाई थी। 

जिलाधिकारी प्रभु एन. सिंह ने पोस्टमार्टम कराने के लिए थाना सिकंदरा पुलिस को निर्देशित किया है। थाना प्रभारी निरीक्षक आनंद कुमार शाही ने बताया कि रफीक की मौत के बाद शव को दफना दिया गया था। पोस्टमार्टम नहीं कराया गया था। अब पत्नी ने हत्या का आरोप लगाया है। मंगलवार को शव निकालने की प्रक्रिया कराई जाएगी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट मिलने पर मौत का कारण पता चलेगा।

पीड़िता साबना ने अपनी रिपोर्ट में लिखा है कि वह घटना के बाद थाने पर गई। मगर, सुनवाई नहीं हुई। रिपोर्ट तक दर्ज नहीं की गई। इस पर अधिकारियों से शिकायत की। मगर, सुनवाई नहीं हुई। शिकायती पत्र भेजे। बाद में उसे कोर्ट की शरण लेनी पड़ी। कोर्ट के आदेश पर थाना सिकंदरा में मुकदमा दर्ज किया गया।

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here