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सोनिक। दही औद्योगिक क्षेत्र में प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्टरी टिन की मरम्मत के दौरान बुधवार को गिरकर घायल हुए श्रमिक की मौत हो गई। परिजनों ने फैक्टरी गेट पर शव रखकर हंगामा किया। बाद में तीन लाख रुपये आर्थिक मदद का आश्वासन मिलने पर शांत हुए।
बिहार राज्य के ग्राम मधुवाहाव्रत थाना राजेपुर निवासी श्रमिक कपिलदेव शाह (32) एक प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्टरी में दो साल से मजदूरी कर रहा था। बुधवार को टिनशेड पर चढ़कर शेड में हुए गड्ढे भरते समय गिरकर घायल हो गया था। प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल और फिर वहां से कानपुर हैलट में भर्ती कराया था। गुरुवार को हैलट अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजन शाम को शव लेकर फैक्टरी पहुंचे और गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने परिजनों व प्रबंधन की आमने-सामने वर्ता कराई। प्रबंधन ने मृतक के तीनों बच्चों के नाम एक-एक लाख रुपये की एफडी, अंतिम संस्कार के लिए दस हजार रुपये और बिहार प्रांत तक ले जाने के लिए एंबुलेंस के खर्च देने की बात कही। इस पर परिजन शांत हुए। एसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मुआवजे की राशि तय होने के बाद परिजन शांत हो गए और शव लेकर चले गए।
सोनिक। दही औद्योगिक क्षेत्र में प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्टरी टिन की मरम्मत के दौरान बुधवार को गिरकर घायल हुए श्रमिक की मौत हो गई। परिजनों ने फैक्टरी गेट पर शव रखकर हंगामा किया। बाद में तीन लाख रुपये आर्थिक मदद का आश्वासन मिलने पर शांत हुए।
बिहार राज्य के ग्राम मधुवाहाव्रत थाना राजेपुर निवासी श्रमिक कपिलदेव शाह (32) एक प्लास्टिक दाना बनाने वाली फैक्टरी में दो साल से मजदूरी कर रहा था। बुधवार को टिनशेड पर चढ़कर शेड में हुए गड्ढे भरते समय गिरकर घायल हो गया था। प्रबंधन ने उसे जिला अस्पताल और फिर वहां से कानपुर हैलट में भर्ती कराया था। गुरुवार को हैलट अस्पताल में उसकी मौत हो गई। परिजन शाम को शव लेकर फैक्टरी पहुंचे और गेट पर हंगामा शुरू कर दिया। पुलिस ने परिजनों व प्रबंधन की आमने-सामने वर्ता कराई। प्रबंधन ने मृतक के तीनों बच्चों के नाम एक-एक लाख रुपये की एफडी, अंतिम संस्कार के लिए दस हजार रुपये और बिहार प्रांत तक ले जाने के लिए एंबुलेंस के खर्च देने की बात कही। इस पर परिजन शांत हुए। एसओ राघवेंद्र सिंह ने बताया कि मुआवजे की राशि तय होने के बाद परिजन शांत हो गए और शव लेकर चले गए।
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