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वारदात में खंदौली के रामनगर निवासी पवन कश्यप, सागर परमार, दीपक शर्मा, देवा शामिल थे, जबकि उनके तीन साथी फतेहपुर सीकरी निवासी हरिओम परमार, संदीप राठौर और राजू सिसौदिया थे। चार बदमाश कोरियर कंपनी के आफिस में घुसे थे, जबकि तीन बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहे थे। घटना के बाद बदमाश अपने-अपने घर गए थे। इसके बाद स्कार्पियो से भाग गए थे। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। मगर, वो हाथ नहीं आ सके हैं।
पुलिस ने सोमवार को खंदौली के रामनगर निवासी आरोपी पवन कश्यप की मां अनीता, बहन प्रियंका और भाई राजू कश्यप को गिरफ्तार किया। बाद में कृष्णा कॉलोनी, खंदौली निवासी आरोपी सागर परमार का भाई बसंत परमार और आरोपी दीपक शर्मा के पिता नेत्रपाल शर्मा को गिरफ्तार किया। चारों से लूट में मिले चार लाख रुपये बरामद किए गए हैं। इन सभी को घटना के बारे में पता था। लूट की योजना में शामिल रहे। इसके बाद आरोपियों को भागने में सहयोग किया।
थाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल फतेहपुर सीकरी के गांव औलेंडा निवासी संदीप राठौर थाना फतेहपुर सीकरी का हिस्ट्रीशीटर है। वह जेल जा चुका है। कई मुकदमे दर्ज हैं। वहीं पवन और हरिओम 15 दिन पहले ही जेल से छूटकर आए थे। हरिओम अपनी स्कॉर्पियो लेकर आया था। वहीं देवा का पिता ओमवीर होमगार्ड है। वह भी घटना के बाद से फरार हो गया है। घटना से पहले ही वो फरार हो गया था। पुलिस की दबिश देने पर घर में कोई नहीं मिला।
पुलिस की पूछताछ में अनीता, प्रियंका और राजू ने बताया कि कुछ समय पहले अमित की शादी की थी। इसमें काफी रुपया खर्च हो गया था। उसके अन्य साथियों को भी काम खोलने के लिए रुपयों की जरूरत थी। इस पर डकैती की योजना बनाई। सभी ने लूट की रकम को बांट लिया था।
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