Agra Robbery Case: कर्ज चुकाने के लिए कोरियर कंपनी में डाली थी 40 लाख की डकैती, पांच आरोपी गिरफ्तार

0
23

[ad_1]

आगरा के रावतपाड़ा की तिवारी गली में एनएम कोरियर कंपनी में हुई 40 लाख की डकैती में सात बदमाश शामिल थे। बदमाशों के परिजनों ने भी योजना बनाने और आरोपियों को भगाने में मदद की थी। बदमाश पुलिस के हाथ नहीं आ सके हैं, लेकिन पुलिस ने बदमाशों के परिवार के लोगों पर शिकंजा कसा है। पांच को गिरफ्तार किया है। इनमें एक बदमाश की मां, बहन और भाई शामिल हैं। वहीं दूसरे बदमाश का पिता और तीसरे का भाई है। उनसे चार लाख रुपये भी बरामद कर लिए गए हैं। बदमाशों ने कर्ज चुकाने के लिए डकैती की वारदात को अंजाम दिया था। 

एसएसपी प्रभाकर चौधरी ने बताया कि कोरियर कंपनी में 40 लाख रुपये की डकैती के मामले में आनंद भाई ने मुकदमा दर्ज कराया था। बदमाशों के सीसीटीवी फुटेज मिले थे। स्कार्पियो और बाइक का नंबर मिल गया था। बाइक के नंबर से पुलिस खंदौली में बदमाशों के घर तक पहुंच गई थी।

वारदात में खंदौली के रामनगर निवासी पवन कश्यप, सागर परमार, दीपक शर्मा, देवा शामिल थे, जबकि उनके तीन साथी फतेहपुर सीकरी निवासी हरिओम परमार, संदीप राठौर और राजू सिसौदिया थे। चार बदमाश कोरियर कंपनी के आफिस में घुसे थे, जबकि तीन बाहर खड़े होकर निगरानी कर रहे थे। घटना के बाद बदमाश अपने-अपने घर गए थे। इसके बाद स्कार्पियो से भाग गए थे। पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश दे रही है। मगर, वो हाथ नहीं आ सके हैं। 

यह भी पढ़ें -  Rangbhari Ekadashi: कल बनारस में होगा अनूठा रंगोत्सव, माता गौरा का गौना कराने ससुराल पहुंचे बाबा विश्वनाथ

पुलिस ने सोमवार को खंदौली के रामनगर निवासी आरोपी पवन कश्यप की मां अनीता, बहन प्रियंका और भाई राजू कश्यप को गिरफ्तार किया। बाद में कृष्णा कॉलोनी, खंदौली निवासी आरोपी सागर परमार का भाई बसंत परमार और आरोपी दीपक शर्मा के पिता नेत्रपाल शर्मा को गिरफ्तार किया। चारों से लूट में मिले चार लाख रुपये बरामद किए गए हैं। इन सभी को घटना के बारे में पता था। लूट की योजना में शामिल रहे। इसके बाद आरोपियों को भागने में सहयोग किया।

थाना कोतवाली के प्रभारी निरीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल फतेहपुर सीकरी के गांव औलेंडा निवासी संदीप राठौर थाना फतेहपुर सीकरी का हिस्ट्रीशीटर है। वह जेल जा चुका है। कई मुकदमे दर्ज हैं। वहीं पवन और हरिओम 15 दिन पहले ही जेल से छूटकर आए थे। हरिओम अपनी स्कॉर्पियो लेकर आया था। वहीं देवा का पिता ओमवीर होमगार्ड है। वह भी घटना के बाद से फरार हो गया है। घटना से पहले ही वो फरार हो गया था। पुलिस की दबिश देने पर घर में कोई नहीं मिला।

पुलिस की पूछताछ में अनीता, प्रियंका और राजू ने बताया कि कुछ समय पहले अमित की शादी की थी। इसमें काफी रुपया खर्च हो गया था। उसके अन्य साथियों को भी काम खोलने के लिए रुपयों की जरूरत थी। इस पर डकैती की योजना बनाई। सभी ने लूट की रकम को बांट लिया था। 

[ad_2]

Source link

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here