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बिना तारीख तलबी वारंट पर कचहरी आए पप्पू स्मार्ट व उसके गुर्गों पर शिकंजा कसना तय है। पिंटू सेंगर के भाई धर्मेंद्र सेंगर ने मामले में बुधवार को पुलिस कमिश्नर को तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। तहरीर में दावा किया कि इस तरह से शातिर बदमाशों का कचहरी में लाया जाना बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।
पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं। ज्वाइंट सीपी एडीसीपी क्राइम से मामले में एक दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद एफआईआर दर्ज की जा सकती है। दरअसल पिंटू सेंगर हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता पप्पू स्मार्ट जेल में बंद अपने साथियों संग सोमवार को तलबी वारंट पर कोर्ट पहुंचा था, जहां पता चला था कि उसके केस की तारीख है ही नहीं।
चार-पांच घंटे बाद उसे वापस जेल में दाखिल किया गया था। मामले की जांच ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने अपने स्तर से शुरू की है। धर्मेंद्र का आरोप है कि साजिश के तहत पप्पू को वहां लाया गया था, जहां उसके बेटे व एक बदमाश ने उससे मुलाकात की।
ज्वाइंट सीपी का कहना है कि कोर्ट से भी दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं। तहरीर में लगाए गए आरोपों की भी छानबीन की जाएगी। जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का फैसला लिया जाएगा। शुरुआती जांच में मामला गंभीर लग रहा है।
करीब छह महीने पहले कोतवाली में एक केस दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप था कि पप्पू स्मार्ट पेशी पर जब आया था तो उसने मुख्तारनामा पर हस्ताक्षर किए थे। पुलिस ने जांच के बाद केस दर्ज किया था। दरोगा शिव सिंह के पास मामले की जांच है लेकिन अब तक इसमें कोई कार्रवाई नहीं हुई है।
पिंटू सेंगर के पक्ष का आरोप है कि मामले में जानबूझकर कार्रवाई नहीं की जा रही है। शिकायत के बाद अब इस मामले की भी जांच तेजी से शुरू की जाएगी। वहीं एक अहम और जानकारी मिली है। पता चला है कि शिव सिंह पिछले छह वर्षों से एक चौकी में जमा हुआ है।
विस्तार
बिना तारीख तलबी वारंट पर कचहरी आए पप्पू स्मार्ट व उसके गुर्गों पर शिकंजा कसना तय है। पिंटू सेंगर के भाई धर्मेंद्र सेंगर ने मामले में बुधवार को पुलिस कमिश्नर को तहरीर देकर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। तहरीर में दावा किया कि इस तरह से शातिर बदमाशों का कचहरी में लाया जाना बड़ी साजिश की ओर इशारा कर रहा है।
पुलिस कमिश्नर ने जांच के आदेश दिए हैं। ज्वाइंट सीपी एडीसीपी क्राइम से मामले में एक दिन के भीतर रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं। उसके बाद एफआईआर दर्ज की जा सकती है। दरअसल पिंटू सेंगर हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता पप्पू स्मार्ट जेल में बंद अपने साथियों संग सोमवार को तलबी वारंट पर कोर्ट पहुंचा था, जहां पता चला था कि उसके केस की तारीख है ही नहीं।
चार-पांच घंटे बाद उसे वापस जेल में दाखिल किया गया था। मामले की जांच ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने अपने स्तर से शुरू की है। धर्मेंद्र का आरोप है कि साजिश के तहत पप्पू को वहां लाया गया था, जहां उसके बेटे व एक बदमाश ने उससे मुलाकात की।
ज्वाइंट सीपी का कहना है कि कोर्ट से भी दस्तावेज जुटाए जा रहे हैं। तहरीर में लगाए गए आरोपों की भी छानबीन की जाएगी। जांच के बाद एफआईआर दर्ज करने का फैसला लिया जाएगा। शुरुआती जांच में मामला गंभीर लग रहा है।
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