[ad_1]
बांदा जिले के नरैनी मुख्य मार्ग पर शुक्रवार को इनोवा कार की भीषण टक्कर से ऑटो सवार छह सवारियों की मौत हो गई। दोनों वाहनों के चालकों समेत सात लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। मृतकों में दो किशोर उम्र दिव्यांग सगे भाई भी शामिल हैं। हादसे का शिकार हुए ऑटो चालक के बारे में देर रात तक स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई। घायल इस स्थिति में नहीं थे कि फौरी तौर पर वह यह बता पाते कि ऑटो कौन चला रहा था? फिर भी चर्चा यह रही कि बांसी गांव का नाबालिग ऑटो चला रहा था। ऑटो चालक का नाबालिग भाई भी घायल हुआ है। उधर, घायल इनोवा चालक का कहना है कि आगे जा रही बस को ओवरटेक करते समय अचानक सामने ऑटो आ गया और टक्कर हो गई। देर रात तक मेडिकल कॉलेज में मृतकों और घायलों के परिजनों की भीड़ लगी रही। उनकी नजरें अपनों को खोजती रहीं।
मृतकों में एक हमीरपुर का शमशेर उर्फ गुड्डू नरैनी क्षेत्र के किसी बालू खदान में मुनीम था। वह हमीरपुर से आकर बांदा से नरैनी जा रहा था। उधर, मृतक हाजी यासीन यहां बड़ोखर ब्लॉक में कार्यरत लिपिक पुत्र हाजी गुलाम मुस्तफा से मिलकर वापस जा रहे थे।
भीषण सड़क हादसा यहां के पनगरा गांव के एक परिवार पर सबसे भारी पड़ा। इस परिवार के दो बच्चे चल बसे। पिता गंभीर रूप से घायल हैं और मेडिकल कॉलेज में भर्ती हैं। पिता और दोनों पुत्र आंखों से दिव्यांग थे। पनगरा गांव निवासी प्रमोद द्विवेदी उर्फ मंजू अपने दोनों बेटों मोहित (13) और छोटू (6) का आधार कार्ड बनवाने शुक्रवार सुबह बांदा मुख्यालय गए थे।
मोहित की आंखें बचपन से ही खराब थीं। इसलिए उसका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा था। दोपहर बाद ऑटों से गांव लौट रहे थे। तभी हादसे का शिकार हो गए। दोनों बच्चों की मौत हो गई। पिता प्रमोद की भी हालत काफी नाजुक है। प्रमोद की पत्नी की करीब चार वर्ष पहले मौत हो चुकी है।
[ad_2]
Source link