[ad_1]
स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। इन दो दिनों में झंडा फहराया जाता है। दो दिनों का महत्व दो गुना है। हालांकि, इन दो दिनों में झंडा फहराने की विधि में कुछ अंतर हैं। क्या आप जानते हैं कि क्या अंतर है?
15 अगस्त को फहराया गया झंडा
स्वतंत्रता दिवस पर झंडा नीचे से ऊपर तक फहराया जाता है, लेकिन जमीन को नहीं छूता है। इसे अंग्रेजी में Hoist कहते हैं।
26 जनवरी को फहराया गया झंडा
गणतंत्र दिवस पर झंडा ऊपर की ओर फहराया जाता है, लेकिन मुड़ा हुआ होता है। वहीं से झंडा खोला जाता है। इसे नीचे नहीं उतारा जाता है। बस रिहा करो। इस समारोह को अनफुरल कहा जाता है। स्वतंत्रता दिवस और गणतंत्र दिवस पर राष्ट्रगान गाना अनिवार्य है।
दो दिन दो तरह के झंडे फहराए जाते हैं
15 अगस्त को भारत अंग्रेजों से आजाद हुआ। भारत उनकी अधीनता की बेड़ियों से उठ खड़ा हुआ। इसलिए इस दिन यानी 15 अगस्त 1947 को ब्रिटिश यूनियन जैक को उतारा गया और भारत का तिरंगा फहराया गया। तब से यह नियम चल रहा है। दूसरी ओर, हमारा संविधान 26 जनवरी 1950 को अपनाया गया था। और जब से भारत स्वतंत्र हो गया था, तब भी भारत का तिरंगा लहरा रहा था, और इसे फिर से नहीं फहराया गया। बस मुड़ा हुआ था, इसे 26 जनवरी को खोल दिया गया था।
[ad_2]
Source link