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वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में अब सेवायत या गार्ड से सेटिंग कर वीआईपी गैलरी से ठाकुरजी के दर्शन करने वालों के लिए नई व्यवस्था भारी पड़ने वाली है। वीआईपी गैलरी से दर्शन करने की इच्छा रखने वाले लोगों के लिए मंदिर प्रबंधन ने कड़े नियम जारी किए हैं। मंदिर में वीआईपी दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं को पहले 100 रुपये की रसीद कटवानी होगी, इसके बाद ही वे वीआईपी गैलरी में प्रवेश कर सकेंगे। अगर मंदिर की रसीद के बिना कोई वीआईपी गैलरी में दर्शन करता हुआ पाया गया तो उनके खिलाफ कार्रवाई होगी। मंदिर के प्रबंधक मुनीष शर्मा ने बताया कि पहले से ही यह व्यवस्था चली आ रही है, लेकिन कुछ सेवायत नियमों को तोड़कर अपने लोगों को गैलरी में प्रवेश करा देते थे। इससे व्यवस्था बिगड़ती चली गई। अब आगे से नियमों की अनदेखी नहीं होने दी जाएगी।
ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में जन्माष्टमी पर मंगला आरती के दौरान हुए हादसे के बाद मंदिर प्रबंधन और जिला प्रशासन मंदिर की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करने में लगा है। चाहे वो वीआईपी के दर्शन का मामला हो या फिर हर गेट से श्रद्धालुओं का प्रवेश। सभी व्यवस्थाओं में बदलाव कर भक्तों की सुविधा के लिए योजना पर काम चल रहा है। मंदिर की सुरक्षा में तैनात पुलिसकर्मियों की ड्यूटी भी शिफ्ट के हिसाब से लगाई जाएगी।
पुलिसकर्मी मंदिर की सुरक्षा और व्यवस्था के अलावा कोई अन्य कार्य नहीं करेंगे। अब नई व्यवस्था के अनुसार मंदिर के गेट नंबर 2 एवं 3 से ही सभी श्रद्धालु, सेवायत गोस्वामी, कर्मचारी के अलावा वीआईपी भी प्रवेश कर सकेंगे।
मंदिर के गेट नंबर 1 एवं 4 से निकासी होगी। यहां से किसी भी व्यक्ति को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। वहीं गेट नंबर पांच से स्थानीय आईडी कार्ड धारक, सेवायत गोस्वामी ही प्रवेश कर सकेंगे। इधर मंदिर में भीड़ अधिक होने पर गलियों एवं बाजार में श्रद्धालुओं को बैरिकेडिंग कर रोकने की व्यवस्था की जा रही है।
रविवार को डीएम और एसएसपी ने बांकेबिहारी मंदिर के निरीक्षण के दौरान सख्त हिदायत दी थी कि कोई भी वीआईपी क्यों न हो, वो गेट नंबर एक से मंदिर में प्रवेश नहीं करेगा। यहां तक देर शाम आए प्रदेश के कैबिनेट मंत्री चौधरी लक्ष्मीनारायण ने भी नियमों का पालन करते हुए गेट नंबर दो से ही मंदिर में प्रवेश किया लेकिन सोमवार को वायरल हुए एक वीडियो में एक व्यक्ति अपने परिवार के साथ गेट नंबर एक से मंदिर में जबरन प्रवेश करते हुए देखा गया। इसका वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने विरोध भी किया लेकिन इसका उन पर कोई प्रभाव पड़ता नहीं दिखा।
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