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दो आए, एक ने बात की, तीसरा गाड़ी में बैठा
बृहस्पतिवार को दोपहर के 3 बजे थे। ताज से तकरीबन 500 मीटर की दूरी पर स्थित पुरानी मंडी चौराहे पर शाहजहां गार्डन के गेट के बाहर एक कार आकर रुकती है। दो युवक (लपके) उसकी तरफ जाते हैं। कार में सवार पर्यटक से एक युवक बात करने लगा। अपना आईडी कार्ड दिखाता है। दूसरा उसके पीछे खड़ा रहता है। पर्यटक को बात करने वाला युवक गाइड और पार्किंग के लिए शुल्क 700 रुपये बताता है। पर्यटक तैयार नहीं होता। आगे जाने लगते है। इस पर युवक बोलता है, अब 500 में ताज दिखा देंगे। पर्यटक के तैयार होते ही बात करने वाला तीसरे युवक को बुलाता है। वह आगे की सीट पर बैठकर उसके साथ चला जाता है।
ताज देख लिया, अब घर भी ले जाओ…
दोपहर के 1:30 बजे हैं। पश्चिमी गेट से विदेशी पर्यटकों का एक ग्रुप बाहर निकलकर आता है। तभी हाथों में ताजमहल के मॉडल लिए दो युवक पहुंच जाते हैं। पर्यटकों को घेर लेते हैं। वो कहते हैं, छोटा-बड़ा सभी तरह का ताजमहल है। कहते हैं, असली ताजमहल देख लिया, अब घर भी ले जाओ। तभी एक पुलिसकर्मी आता है। उन्हें दौड़ा लेता है।
अच्छा खाने के साथ सस्ता भी मिलेगा…
दोपहर 2 बजे ताज देखकर पूर्वी गेट से विदेशी युवक और युवती बाहर निकलते हैं। वह शिल्पग्राम की तरफ पैदल ही जा रहे थे। रास्ते में एक युवक मिलता है। अपना विजिटिंग कार्ड पकड़ाता है। कहता है कि रेस्टोरेंट में अच्छा खाने के साथ सस्ता भी मिलेगा, जो पसंद हो ले सकते हैं। वह पर्यटक को दो मिनट तक परेशान करता है, लेकिन पर्यटक तैयार नहीं होते और आगे निकल जाते हैं।
आठ महीने में 145 पकड़े, एक ही मुकदमा
ताज और आगरा किला के पास लपकों पर अंकुश लगाने के लिए थाना ताजगंज और रकाबगंज पुलिस के अलावा थाना पर्यटन पुलिस रहती है। पर्यटन पुलिस के मुताबिक, अगस्त तक 145 लपकों को गिरफ्तार किया जा चुका है। इनका शांति भंग में चालान किया गया। जुलाई में एक मुकदमा दर्ज किया गया था। थाना प्रभारी निरीक्षक जय सिंह परिहार ने बताया कि लपकों का शांति भंग में चालान किया जाता है। ताज के माडल सहित अन्य सामान बेचने से लेकर होटल और एंपोरियम में कमीशन के लिए ले जाने का काम लपके कर रहे हैं।
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