[ad_1]
ख़बर सुनें
विस्तार
बागपत में लंपी रोग का कहर जारी है तो पशु भी बीमार होते जा रहे हैं। जिसकी रोकथाम के लिए जिले की 179 ग्राम पंचायतों के प्रधानों और पशुपालकों ग्रामीणों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। गुरुवार से पशुपालन विभाग की टीमें अलग-अलग गांवों में जाकर अभियान चलाकर प्रशिक्षण देगी। बुधवार को लंपी से बीमार 123 पशु ठीक हो गए। 15 हजार 500 पशुओं को टीका लगाया गया।
लंपी रोग से बचाव के लिए अलग-अलग ब्लाकों में छह सर्विलांस टीमें बीमार पशुओं को ट्रैक कर रही है। जिसके चलते जिले के 65 गांवों में 291 पशु लंपी से ग्रस्त चिह्नित किए गए। उधर लंपी रोग से बचाव के लिए जागरूकता कार्यक्रम चलाने की तैयारी की गई।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ.. रमेश चंद्रा ने बताया कि जिन गांवों में लंपी रोग फैल चुका है, उन गांवों में स्वस्थ पशुओं को टीकाकरण किया जा रहा है और बीमार पशुओं का उपचार कराया जा रहा है। जिले में 179 गांव ऐसे चिह्नित किए हैं, जहां एक भी पशु लंपी से बीमार नहीं हुआ।
इन गांवों में लंपी रोग की रोकथाम के लिए प्रधानों व पशुपालकों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसमें लंपी रोग की रोकथाम, पशुओं को दी जाने वाली दवाइयों, पशुओं के आसपास स्प्रे आदि के बारे में प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गोशाला में तीन गोवंश मिले लंपी से ग्रस्त
अमीनगर सराय कस्बे की आदर्श गोशाला में लंपी रोग ने दस्तक दे दी। तीन गोवंश में लंपी रोग के लक्षण मिले हैं। आदर्श गोशाला प्रमुख कृष्ण कुमार पांडेय ने बताया कि तीन गोवंश को अलग कर दिया है। गोशाला में बचाव के लिए 200 गोवंशों में टीके लगाए गए।
[ad_2]
Source link