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उन्नाव। शहर में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। हाईवे को शुक्लागंज से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग बड़े चौराहे पर वाहनों को उलझा देखकर लोग लोकनगर और कासिम नगर जैसे अन्य मार्गों का सहारा लेते हैं लेकिन इनके खस्ताहाल होने से डगर मुश्किल भरी है। ऐसे में 10 मिनट की दूरी तय करने में आधे घंटे लग जाते हैं।
शहर के मुख्य मार्ग पर आईबीपी चौराहे से छोटा चौराहे तक एक किलोमीटर की दूरी पर रोजाना घंटों जाम लगता है। यहां से छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा और सदर बाजार जाने वालों की भीड़ अधिक होती है। लंबे जाम से बचने के लिए लोग दूसरी राह पकड़ते हैं लेकिन इनमें बड़े-बड़े गड्ढे, ईंट और रोड़े बाधा बन जाते हैं। आईबीपी चौराहा से हाईवे और छोटा चौराहे से हरदोई को जोड़ने वाले लोकनगर मार्ग की दशा तो बहुत खराब है।
छह माह से टूटा पड़ा मार्ग
मुख्य मार्ग पर जाम लगने पर हरदोई मार्ग, सिविल लाइंस, कब्बाखेड़ा की ओर जाने वाले वाहन सवार लोकनगर मार्ग से होकर निकलते हैं। छह माह से इस मार्ग के भी टूटा होने से आवागमन दुश्वार है। यहां अक्सर रिक्शा और ऑटो पलट जाते हैं।
एक कदम चलना भी दूभर
मुख्य मार्ग को आईबीपी चौराहे से अनवार नगर होते हुए लखनऊ-कानपुर हाईवे से जोड़ने वाला मार्ग भी जर्जर है। कानपुर की ओर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से सीधे हाईवे पहुंचतेे हैं। दर्जनों स्थानों पर बड़े गड्ढे और सड़क टूटी होने से एक कदम चलना भी मुश्किल है। कासिमनगर, हाथी वाले मंदिर, कोरटबाग जाने में हादसे का डर रहता है।
समस्या का इलाज नहीं
गांधीनगर निवासी अमित कुमार ने बताया कि शहर में जाम और अतिक्रमण की समस्या का इलाज नहीं है। मुख्य मार्ग पर यातायात अधिक होने से दिन भर जाम लगता है। इससे बचने के लिए लोग जिन रास्तों से होकर गुजरते हैं, वो भी खस्ताहाल है।
लोकनगर निवासी राहुल कुशवाहा ने बताया कि नगर पालिका ने जाम से छुटकारा दिलाने की कोई कार्ययोजना नहीं बनाई है। पूरी सड़क एक बार में न बनाकर टुकड़ों में बनाई जाती है। इसके कारण मार्ग ज्यादा दिन नहीं चल पाते हैं।
नगर पालिका के ईओ ओमप्रकाश ने बताया कि अनवार नगर मार्ग का करीब 40 मीटर हिस्सा बन गया है। बीच में 40 मीटर हिस्सा नहीं बन पाया है। जल्द ही बोर्ड बैठक में उसका भी प्रस्ताव पास कर निर्माण कराया जाएगा। वहीं लोकनगर मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग से हनुमान नगर मोड़ तक 500 मीटर हिस्से की सड़क का टेंडर हो चुका है। 98 लाख रुपये मंजूर हो गए हैं। बच रही 500 मीटर सड़क भी जल्द बनवाई जाएगी।
उन्नाव। शहर में जाम की समस्या बढ़ती जा रही है। हाईवे को शुक्लागंज से जोड़ने वाले मुख्य मार्ग बड़े चौराहे पर वाहनों को उलझा देखकर लोग लोकनगर और कासिम नगर जैसे अन्य मार्गों का सहारा लेते हैं लेकिन इनके खस्ताहाल होने से डगर मुश्किल भरी है। ऐसे में 10 मिनट की दूरी तय करने में आधे घंटे लग जाते हैं।
शहर के मुख्य मार्ग पर आईबीपी चौराहे से छोटा चौराहे तक एक किलोमीटर की दूरी पर रोजाना घंटों जाम लगता है। यहां से छोटा चौराहा, बड़ा चौराहा और सदर बाजार जाने वालों की भीड़ अधिक होती है। लंबे जाम से बचने के लिए लोग दूसरी राह पकड़ते हैं लेकिन इनमें बड़े-बड़े गड्ढे, ईंट और रोड़े बाधा बन जाते हैं। आईबीपी चौराहा से हाईवे और छोटा चौराहे से हरदोई को जोड़ने वाले लोकनगर मार्ग की दशा तो बहुत खराब है।
छह माह से टूटा पड़ा मार्ग
मुख्य मार्ग पर जाम लगने पर हरदोई मार्ग, सिविल लाइंस, कब्बाखेड़ा की ओर जाने वाले वाहन सवार लोकनगर मार्ग से होकर निकलते हैं। छह माह से इस मार्ग के भी टूटा होने से आवागमन दुश्वार है। यहां अक्सर रिक्शा और ऑटो पलट जाते हैं।
एक कदम चलना भी दूभर
मुख्य मार्ग को आईबीपी चौराहे से अनवार नगर होते हुए लखनऊ-कानपुर हाईवे से जोड़ने वाला मार्ग भी जर्जर है। कानपुर की ओर जाने वाले वाहन इसी मार्ग से सीधे हाईवे पहुंचतेे हैं। दर्जनों स्थानों पर बड़े गड्ढे और सड़क टूटी होने से एक कदम चलना भी मुश्किल है। कासिमनगर, हाथी वाले मंदिर, कोरटबाग जाने में हादसे का डर रहता है।
समस्या का इलाज नहीं
गांधीनगर निवासी अमित कुमार ने बताया कि शहर में जाम और अतिक्रमण की समस्या का इलाज नहीं है। मुख्य मार्ग पर यातायात अधिक होने से दिन भर जाम लगता है। इससे बचने के लिए लोग जिन रास्तों से होकर गुजरते हैं, वो भी खस्ताहाल है।
लोकनगर निवासी राहुल कुशवाहा ने बताया कि नगर पालिका ने जाम से छुटकारा दिलाने की कोई कार्ययोजना नहीं बनाई है। पूरी सड़क एक बार में न बनाकर टुकड़ों में बनाई जाती है। इसके कारण मार्ग ज्यादा दिन नहीं चल पाते हैं।
नगर पालिका के ईओ ओमप्रकाश ने बताया कि अनवार नगर मार्ग का करीब 40 मीटर हिस्सा बन गया है। बीच में 40 मीटर हिस्सा नहीं बन पाया है। जल्द ही बोर्ड बैठक में उसका भी प्रस्ताव पास कर निर्माण कराया जाएगा। वहीं लोकनगर मार्ग पर रेलवे क्रॉसिंग से हनुमान नगर मोड़ तक 500 मीटर हिस्से की सड़क का टेंडर हो चुका है। 98 लाख रुपये मंजूर हो गए हैं। बच रही 500 मीटर सड़क भी जल्द बनवाई जाएगी।
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