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कानपुर आईआईटी के छात्र प्रशांत सिंह की मौत पर उनके परिजन स्तब्ध हैं। दुखद खबर मिलने के बाद वह बुधवार तड़के आईआईटी पहुंचे। दिन भर मोर्चरी में बैठे रहे। प्रशांत के पिता बोले कि मेरा बेटा खुदकुशी नहीं कर सकता। कुछ तो ऐसा हुआ है जो सामने नहीं आया है। अगर खुदकुशी की है तो सुसाइड नोट कहां है। वजह क्या है? प्रशांत के पिता प्रदीप सिंह समेत अन्य परिजन शहर पहुंचे। प्रदीप ने कहा कि मुझे यकीन नहीं है कि बेटा खुदकुशी कर सकता है। जो भी हुआ है उसका सच आईआईटी प्रशासन को ही पता होगा। उन्होंने कहा कि प्रशांत पढ़ाई में बहुत तेज था। यह वह खुद नहीं कह रहे आईआईटी के प्रोफेसर व उसके दोस्तों ने भी बताया। यही नहीं वह कभी-कभी वहां पढ़ाता भी था। कुछ दिन पहले ही नया आईपैड भी खरीदा था। न कोई तनाव था न ही वह परेशान था। तब वह क्यों खुदकुशी कर लेगा। इस सवाल का जवाब फिलहाल किसी के पास नहीं है।
परिजन बोले, शराब-सिगरेट नहीं पीता था प्रशांत
प्रशांत हॉल-8 के रूम नंबर 111 में रहते थे, जिसमें फोरेंसिक जांच के दौरान शराब की बोतलें और सिगरेट मिलीं। इसकी जानकारी जब परिजनों को हुई तो उनका कहना था कि प्रशांत सिगरेट व शराब नहीं पीता था। अगर यह बात सच है तो सवाल है कि उसके कमरे में इतनी सिगरेट व शराब की बोतलें कैसे पहुंची।
एक तरह से बंधक बनाए रखा
परिजनों ने बताया कि जब वह आईआईटी पहुंचे तो उनको गेस्ट हाउस में बैठाया गया। किसी से मिलने नहीं दिया गया। जब वह मोर्चरी पहुंचे तो साथ में सिक्योरिटी की टीम भी थी। यहां पुलिस चौकी में काफी देर तक बैठाए रहे।
कुछ मीडियाकर्मियों ने परिजनों से बातचीत करने का प्रयास किया तो उनको भी रोकने की कोशिश की। इस पर तीखी नोकझोंक भी हुई। हालांकि परिजन खुद ही सामने आए। सुरक्षाकर्मियों के रवैये का विरोध किया।
पूरे प्रकरण की गहनता से छानबीन की जा रही है। कोई तहरीर नहीं मिली है। डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराया गया है। वीडियोग्राफी भी कराई गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट व साक्ष्यों के आधार पर जो भी उचित कार्रवाई होगी वह की जाएगी।
– आनंद प्रकाश तिवारी, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर
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