[ad_1]
ख़बर सुनें
विस्तार
होटल लेवाना सुइट्स में लगी आग ने एलडीए के अधिकारियों को जगाने का काम किया है। 2018 में जिस होटल में आग लगने से सात लोगों की जान गई, उसको एलडीए के इंजीनियर, अधिकारियों ने दोबारा से बनवा दिया। बिल्डिंग में होटल जल्दी ही शुरू किए जाने की तैयारी थी। होटल कारोबारियों के बवाल के बीच शुक्रवार को इस होटल को सील कर दिया गया।
एलडीए अधिकारियों का कहना है कि एसएसजे इंटरनेशनल होटल की सील के साथ ही अवैध निर्माण कर चालू होटलों के खिलाफ कार्रवाई की शुरूआत प्राधिकरण ने शुरू कर दी है।
एलडीए के जोनल अधिकारी प्रवर्तन जोन-6 राजीव कुमार ने बताया कि भूखंड संख्या 46, 46बी के 299 वर्गमीटर पर पूर्व में होटल बना हुआ था। 2018 में इसमें आग लगने के बाद इसका अवैध निर्माण तोड़ दिया गया था। 2020 में मॉडल शमन योजना में भवन स्वामी सरिता रानी जायसवाल, सुरेंद्र कुमार जायसवाल ने शमन मानचित्र आवासीय में स्वीकृत करा लिया। 26 अगस्त 2020 को स्वीकृत शमन मानचित्र के विपरीत चार मंजिल होटल बना लिया गया।
पूर्व में अशमनीय भाग तोड़ने के लिए खुद भवन स्वामी ने कहा था। ऐसा लेकिन नहीं किया गया। इसको लेकर नोटिस होटल मालिक को दिया गया था। बृहस्पतिवार को इसका सील आदेश किया गया। शुक्रवार को होटल को सील कर पुलिस अभिरक्षा में दे दिया गया है, जिससे इसमें व्यावसायिक उपयोग शुरू नहीं हो सके।
…आग नहीं लगती तो होटल एसएसजे को सील भी नहीं करते
अधिकारियों व इंजीनियरों की लापरवाही का आलम यह है कि जहां शमन मानचित्र स्वीक़ृत करने में सांठगांठ की गई, वहीं आवासीय की जगह होटल भी बन जाने दिया गया। अगर होटल लेवाना सुइट्स में आग नहीं लगी होती। ऐसे में किसी का ध्यान नाका के इस होटल की तरफ नहीं जाता। … ऐसे में होटल एसएसजे पर कार्रवाई भी नहीं होती।
कार्रवाई करने पहुंची टीम तो लगाया जाम
शुक्रवार को दोपहर में जब होटल के अवैध निर्माण को सील करने पहुंची, उस समय नाका व आसपास के होटलों के कारोबारी मौके पर जुट गए। एलडीए की कार्रवाई के विरोध में सड़क भी कारोबारियों ने जाम कर दी। एलडीए की कार्रवाई के खिलाफ नारेबाजी भी शुरू कर दी गई। कारोबारियों का कहना है कि अगर किसी होटल में घटना हो गई। ऐसे में क्या पूरे शहर के होटल कारोबार को बंद करा देंगे। एलडीए की कार्रवाई को भी अनुचित कारोबारियों ने बताया है। हालांकि, पुलिस की दखल के बाद होटल के अवैध निर्माण को सील किया गया।
कार्रवाई रहेगी जारी
जोनल अधिकारी राजीव कुमार का कहना है कि होटलों के अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई शुरू हो गई है। आगे भी चिंहित किए गए होटलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। कुछ के अवैध निर्माण सील किए जाने हैं। वहीं कुछ के अवैध निर्माणों को तोड़ा भी जाना है। एलडीए के दूसरे जोन में भी इसी तरह जोनल अधिकारी अपनी सूची फाइनल कर रहे हैं जिन होटलों को तोड़ा जाना है।
[ad_2]
Source link