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मैनपुरी जिले में धान की खरीद में लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रशासन ने क्रय केंद्रों में बदलाव के साथ सूची जारी कर दी है। बीते वर्ष की अपेक्षा छह केंद्रों में बदलाव किया गया है। हालांकि क्रय केंद्रों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एक अक्तूबर से इन केंद्रों पर धान की खरीद शुरू हो जाएगी।
रबी सीजन में हुई गेहूं खरीद में जिला बुरी तरह पिछड़ गया था। लक्ष्य के सापेक्ष एक प्रतिशत भी खरीद नहीं हो सकी थी। धान के सीजन में भी ऐसा न हो इसके लिए प्रशासन ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। इस बार क्रय केंद्रों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी 16 धान क्रय केंद्र ही बनाए गए हैं। भोगांव मंडी में क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर दो कर दी गई है, जबकि बेवर मंडी में एक नया क्रय केंद्र खोला गया है।
किशनी में किया गया बदलाव
सबसे बड़ा बदलाव किशनी तहसील में किया गया है। यहां बीते वर्ष कुल चार क्रय केंद्र संचालित थे, वहीं इस बार कुल तीन ही केंद्र बनाए गए हैं। एसएसएस ऊंचा इस्लामाबाद को छोड़कर सहकारी संघ किशनी और साधन सहकारी समिति बसैत नए केंद्र बनाए गए हैं।
करहल तहसील में पांच और कुरावली तहसील में एक केंद्र बनाया गया है। इन दोनों तहसील क्षेत्र के केंद्रों में कोई बदलाव नहीं किया गया है। जिलाधिकारी अविनाश कृष्ण सिंह ने नए क्रय केंद्रों का आदेश जारी कर दिया है। इन केंद्रों पर एक अक्तूबर से धान की खरीद शुरू हो जाएगी। हालांकि अभी शासन ने लक्ष्य निर्धारित नहीं किया है।
कहीं गलत निर्णय तो नहीं केंद्र में बदलाव
प्रशासन जहां धान खरीद बढ़ाने के लिए केंद्रों में बदलाव और नए केंद्रों के संचालन की बात कह रहा है तो वहीं कुछ केंद्रों को बदलने के निर्णय को किसान गलत मान रहे हैं। किशनी क्षेत्र के किसानों के अनुसार पीडीएस गोदाम किशनी को इस बार केंद्र नहीं बनाया गया है। यहां बड़ा स्थान होने से किसानों को धान उतारने में आसानी होती थी।
वहीं अब सहकारी संघ किशनी को केंद्र बनाया गया है, जहां स्थान काफी कम है। इसके साथ ही उठान के लिए सहकारी संघ पर ट्रक पहुंचने की व्यवस्था भी नहीं है। वहीं भोगांव मंडी में दो क्रय केंद्र किए जाने के निर्णय भी सही नहीं माना जा रहा है। हालांकि प्रशासन के निर्णय कितने सही साबित होते हैं ये बाद में ही पता चल सकेगा।
न्यूनतम समर्थन मूल्य पर होगी खरीद
धान क्रय केंद्रों पर खरीद न्यूनतम समर्थन मूल्य पर की जाएगी। इसके लिए शासन ने धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य भी निर्धारित कर दिया है। सामान्य धान के लिए कीमतें 2040 रुपये प्रति क्विंटल और ग्रेड-1 धान के लिए कीमतें 2060 रुपये प्रति क्विंटल रखी गई हैं।
ये बनाए गए हैं 16 धान क्रय केंद्र
तहसील का नाम और केंद्रों की संख्या क्रय केंद्रों के नाम
-मैनपुरी में 01 नवीन मंडी मैनपुरी।
-घिरोर में 01 एसएसएस गढिय़ा कुरावली।
-भोगांव में 05 भोगांव मंडी में दो, पीडीएस गोदाम जागीर, बेवर मंडी, एलएसएस टोडरपुर।
-किशनी में 03 एसएसएस ऊंचा इस्लामाबाद, सहाकारी संघ किशनी, एसएसएस बसैत।
-करहल में 05 एलएसएस कुर्रा, करहल मंडी, पीडीएस गोदाम बरनाहल, एसएसएस बरनाहल पूर्वी, एसएसएस बमटापुर।
-कुरावली में 01 एसएसएस सुजरई।
जिला खाद्य विपणन अधिकारी उदित नारायन सिंह ने कहा कि किसानों के हितों को और स्थितियों को देखते हुए हुए धान क्रय केंद्र बनाए गए हैं। जिलाधिकारी के आदेश पर कुल 16 क्रय केंद्र बनाए गए हैं। इन पर एक अक्तूबर से धान की खरीद शुरू की जाएगी।
विस्तार
मैनपुरी जिले में धान की खरीद में लक्ष्य प्राप्ति के लिए प्रशासन ने क्रय केंद्रों में बदलाव के साथ सूची जारी कर दी है। बीते वर्ष की अपेक्षा छह केंद्रों में बदलाव किया गया है। हालांकि क्रय केंद्रों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। एक अक्तूबर से इन केंद्रों पर धान की खरीद शुरू हो जाएगी।
रबी सीजन में हुई गेहूं खरीद में जिला बुरी तरह पिछड़ गया था। लक्ष्य के सापेक्ष एक प्रतिशत भी खरीद नहीं हो सकी थी। धान के सीजन में भी ऐसा न हो इसके लिए प्रशासन ने पहले ही तैयारी शुरू कर दी है। इस बार क्रय केंद्रों की संख्या में कोई बदलाव नहीं किया गया है। बीते वर्ष की तरह ही इस बार भी 16 धान क्रय केंद्र ही बनाए गए हैं। भोगांव मंडी में क्रय केंद्रों की संख्या बढ़ाकर दो कर दी गई है, जबकि बेवर मंडी में एक नया क्रय केंद्र खोला गया है।
किशनी में किया गया बदलाव
सबसे बड़ा बदलाव किशनी तहसील में किया गया है। यहां बीते वर्ष कुल चार क्रय केंद्र संचालित थे, वहीं इस बार कुल तीन ही केंद्र बनाए गए हैं। एसएसएस ऊंचा इस्लामाबाद को छोड़कर सहकारी संघ किशनी और साधन सहकारी समिति बसैत नए केंद्र बनाए गए हैं।
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