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आगरा में एक तरफ सस्ते गल्ले की दुकानों से जरूरतमंदों को सरकारी चावल नहीं मिल रहा, दूसरी तरफ बिचपुरी स्थित एक गोदाम में करीब 80 हजार किलोग्राम सरकारी चावल पकड़ा गया है। गोदाम मालिक अनाज कारोबारी है। सरकारी चावल को 1600 बोरियों में रखा गया था। हर बोरी का वजन करीब 50 किलो है। प्रशासन ने इसकी अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये से अधिक आंकी है। समाचार लिखे जाने तक बोरियों और उसमें रखी मात्रा की गिनती की जा रही थी।
बिचपुरी नहर के पास बने इस गोदाम से राशन की दुकान में बंटने वाले चावल की तस्करी होने की सूचना पूर्ति विभाग को मुखबिर से मिली थी। पुलिस व प्रशासन ने संयुक्त रूप से रविवार रात 12 बजे गोदाम पर छापा मारा। सोमवार रात 10 बजे तक 1600 बोरियों (कट्टों) की गिनती हो चुकी है।
करीब 80 हजार किलोग्राम चावल जब्त किया गया है। गोदाम मालिक मलपुरा के गांव मिर्जापुर निवासी गोपाल को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। तहसीलदार सदर आशीष त्रिपाठी ने बताया कि मौके पर मिलीं चावल की बोरियों पर सरकारी राशन की मुहर है। गोदाम को सील कर दिया गया है।
चार महीने में तीसरी बार छापा
जिला पूर्ति अधिकारी संजीव सिंह ने बताया कि आरोपी के यहां चार महीने में तीसरी बार छापा मारा है। मई में इसी गोदाम पर 700 बोरी सरकारी चावल पकड़ा था। जगदीशपुरा थाने में मुकदमा दर्ज हुआ था। जुलाई में आरोपी के घर से 60 बोरी जब्त की गई थी। तीसरी बार अभी तक 1600 से अधिक बोरियां बरामद हुई हैं।
हरियाणा में बेचता था सरकारी चावल
पुलिस के मुताबिक, आरोपी गोपाल ने पूछताछ में बताया कि राशन की दुकानों का चावल है। उसने पात्र कार्डधारकों से सस्ते दर पर खरीदा है। इसे वह हरियाणा में बेचता था। कार्रवाई के दौरान जिला खाद्य विपणन अधिकारी अजय विक्रम सिंह, पूर्ति निरीक्षक प्रमोद कुमार, राकेश सक्सेना, अजय पवार, सुभाष चंद आदि मौजूद रहे।
पुलिस के मिले होने की आशंका
एफआईआर दर्ज होने के बाद भी आरोपी सरकारी चावल की कालाबाजारी कर रहा था। पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था। चार महीने में तीन बार पकड़ा गया, फिर भी पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध सख्त कार्रवाई नहीं की। पुलिस की लचर कार्यशैली पर सवाल खड़े हो रहे हैं। मिलीभगत की आशंका हो सकती है।
विस्तार
आगरा में एक तरफ सस्ते गल्ले की दुकानों से जरूरतमंदों को सरकारी चावल नहीं मिल रहा, दूसरी तरफ बिचपुरी स्थित एक गोदाम में करीब 80 हजार किलोग्राम सरकारी चावल पकड़ा गया है। गोदाम मालिक अनाज कारोबारी है। सरकारी चावल को 1600 बोरियों में रखा गया था। हर बोरी का वजन करीब 50 किलो है। प्रशासन ने इसकी अनुमानित कीमत 30 लाख रुपये से अधिक आंकी है। समाचार लिखे जाने तक बोरियों और उसमें रखी मात्रा की गिनती की जा रही थी।
बिचपुरी नहर के पास बने इस गोदाम से राशन की दुकान में बंटने वाले चावल की तस्करी होने की सूचना पूर्ति विभाग को मुखबिर से मिली थी। पुलिस व प्रशासन ने संयुक्त रूप से रविवार रात 12 बजे गोदाम पर छापा मारा। सोमवार रात 10 बजे तक 1600 बोरियों (कट्टों) की गिनती हो चुकी है।
करीब 80 हजार किलोग्राम चावल जब्त किया गया है। गोदाम मालिक मलपुरा के गांव मिर्जापुर निवासी गोपाल को पुलिस हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। तहसीलदार सदर आशीष त्रिपाठी ने बताया कि मौके पर मिलीं चावल की बोरियों पर सरकारी राशन की मुहर है। गोदाम को सील कर दिया गया है।
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