उत्तर प्रदेश के कानपुर समेत आसपास के शहरों में अगले तीन दिनों तक फिर से बारिश का मौसम रहेगा। कहीं पर हल्की तो कहीं तेज बरसात हो सकती है। चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) मौसम विभाग के अनुसार शुष्क हवाओं के चलने का दौर शुरू हो गया है लेकिन कानपुर, बुंदेलखंड और आसपास के जिलों में अभी पश्चिमी विक्षोभ का असर बना रहेगा।
इसकी वजह से मानसून की विदाई अगले कुछ दिनों के लिए टल गई है। जबकि पिछले वर्ष मानसून 18 सितंबर को ही विदा हो गया था। सोमवार को दोपहर बाद तक बादलों के बीच धूप होने की वजह से उमस और गर्मी में इजाफा हो गया, जबकि शाम को कानपुर के कुछ हिस्सों में बूंदाबांदी भी हुई।
अधिकतम पारा एक डिग्री सेल्सियस बढ़कर 32.4 और न्यूनतम में मामूली बढ़त के साथ 24 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जबकि हवा में नमी की मात्रा में सात प्रतिशत की बढ़ोतरी के साथ दिन में नमी 91 प्रतिशत रही।
चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विभाग प्रमुख डॉ. एसएन पांडेय ने बताया कि उत्तर पश्चिम और उससे सटे पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी पर बना हुआ है। इसके प्रभाव में 20 सितंबर तक कम दबाव का क्षेत्र विकसित होने की संभावना है।
मानसून वापसी का चक्र भी शुरू
मौसम विशेषज्ञ डॉ. एसएन पांडेय के अनुसार मानसून वापसी का चक्र भी शुरू हो गया है। चक्रवाती हवाओं की वजह से राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, गुजरात और पश्चिमी उप्र तक शुष्क हवाएं चलने लगी हैं।
डॉ. पांडेय के अनुसार जब कई दिनों किसी क्षेत्र में बारिश न होने और वहां पर शुष्क हवाएं चलने लगे तो मानसून वापसी का संकेत माना जाता है। अगले दो दिनों की बारिश के बाद कानपुर सहित आसपास के क्षेत्रों में भी शुष्क हवाएं चलनी शुरू हो जाएंगी।