Firozabad: नहर से निकलकर गांव के तालाब में पांच फीट लंबा मगरमच्छ, दहशत में आए ग्रामीण

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पिंजड़े में बंद मगरमच्छ

पिंजड़े में बंद मगरमच्छ
– फोटो : अमर उजाला

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फिरोजाबाद के जसराना क्षेत्र के नगला सिंह गांव के तालाब में बुधवार को पांच फीट का मगरमच्छ दिखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग ने वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम के साथ करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़कर पिंजरे में बंद किया। इसके बाद मगरमच्छ को प्राकृतिक आवास छोड़ दिया गया।

जसराना के वन क्षेत्र अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों ने मगरमच्छ दिखने की सूचना दी थी। जैसे ही मगरमच्छ दिखने की सूचना मिली, तत्काल एसओएस एनजीओ को मगरमच्छ के रेस्क्यू करने को कहा गया। एनजीओ का चार सदस्यीय दल करीब 120 किमीं का सफर तय कर पिंजरे के साथ मौके पर पहुंचा।

नहर से तालाब में आया मगरमच्छ 

वाइल्ड लाइफ एसओएस के सहसंस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि जिस तालाब में मगरमच्छ मिला है, वहां से महज दो किमी की दूरी पर ही नहर हैं, इस नहर में पहले भी कई मगरमच्छ मिल चुके हैं, संभवना जताई जा रही है कि इस नहर से निकलकर ही मगरमच्छ गांव के तालाब में पहुंचा था। 

मगरमच्छ की लंबाई करीब पांच फीट थी। मगरमच्छ को पकड़कर उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया। वाइड लाइफ एसओएस के डायरेक्टर बैजूराज ने वन विभाग के सहयोग से टीम का आभार जताया।

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फिरोजाबाद के जसराना क्षेत्र के नगला सिंह गांव के तालाब में बुधवार को पांच फीट का मगरमच्छ दिखा। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वन विभाग को दी। वन विभाग ने वाइल्ड लाइफ एसओएस की टीम के साथ करीब दो घंटे की मशक्कत के बाद मगरमच्छ को पकड़कर पिंजरे में बंद किया। इसके बाद मगरमच्छ को प्राकृतिक आवास छोड़ दिया गया।

जसराना के वन क्षेत्र अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने बताया कि ग्रामीणों ने मगरमच्छ दिखने की सूचना दी थी। जैसे ही मगरमच्छ दिखने की सूचना मिली, तत्काल एसओएस एनजीओ को मगरमच्छ के रेस्क्यू करने को कहा गया। एनजीओ का चार सदस्यीय दल करीब 120 किमीं का सफर तय कर पिंजरे के साथ मौके पर पहुंचा।

नहर से तालाब में आया मगरमच्छ 

वाइल्ड लाइफ एसओएस के सहसंस्थापक और सीईओ कार्तिक सत्यनारायण ने बताया कि जिस तालाब में मगरमच्छ मिला है, वहां से महज दो किमी की दूरी पर ही नहर हैं, इस नहर में पहले भी कई मगरमच्छ मिल चुके हैं, संभवना जताई जा रही है कि इस नहर से निकलकर ही मगरमच्छ गांव के तालाब में पहुंचा था। 

मगरमच्छ की लंबाई करीब पांच फीट थी। मगरमच्छ को पकड़कर उसके प्राकृतिक आवास में छोड़ दिया गया। वाइड लाइफ एसओएस के डायरेक्टर बैजूराज ने वन विभाग के सहयोग से टीम का आभार जताया।

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