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बीएएमएस परीक्षा की कॉपियां बदलने का मामला सामने आने के बाद से ही पुलिस को छात्र नेता राहुल पाराशर की तलाश थी। उसकी गिरफ्तारी के लिए एसटीएफ तक को लगाया गया। टीम उसकी धरपकड़ लिए सिकंदरा स्थित उसके घर में गई। वह नहीं मिला। पूरा परिवार फरार हो गया था। उसकी गिरफ्तारी के लिए दबिश दी, लेकिन वह शुक्रवार को कोर्ट में समर्पण करने पहुंच गया। कोर्ट ने आरोपी को जेल भेज दिया।
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अब पुलिस आरोपी छात्र नेता को रिमांड पर लेने के लिए प्रार्थना पत्र देगी। एसपी सिटी विकास कुमार ने बताया कि आरोपी को रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी। उससे गैंग के अन्य सदस्यों के बारे में जानकारी ली जाएगी।
बीएएमएस की कॉपियां बदलने का मामला 27 अगस्त को सामने आया था। पुलिस ने ऑटो चालक देवेंद्र को जेल भेजा था। इसके बाद डॉ. अतुल को गिरफ्तार किया। उनसे पूछताछ के बाद बीएएमएस के छात्र पुनीत और दलाल दुर्गेश को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया।
पुलिस को पहले बीएएमएस के 14 छात्रों की कॉपियां बदली मिली थीं। इस पर एक मुकदमा थाना हरीपर्वत में लिखा गया। वहीं एफएच मेडिकल कॉलेज के एमबीबीएस के 26 छात्रों की कापियां बदली मिली। इसकी भी पुलिस जांच कर रही है।
आखिर किससे हैं सांठगांठ?
कॉपियां बदलने का खेल राहुल पाराशर अकेला नहीं कर सकता है। पुलिस के मुताबिक, इसके पीछे और भी लोग हैं। कॉपियां परीक्षा केंद्र से कौन लेकर जाता है? किस तरह से एजेंसी के कार्यालय पर पहुंचती हैं? इसकी जानकारी विश्वविद्यालय के कर्मचारी और अधिकारियों को ही होती है। राहुल पाराशर के संबंध विश्वद्यालय में कई कर्मचारियों और अधिकारियों से हैं। पुलिस यह पता कर रही है कि उसके संबंध किन-किन से हैं? उसका सहयोग कौन कर रहा था?
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