मेरठ जनपद के परीक्षितगढ़ में खजूरी गांव के दीपक त्यागी की हत्या के बाद आक्रोशित लोगों ने किला रोड पर करीब 24 घंटे तक जाम लगाए रखा। मंगलवार को भी त्यागी समाज के लोग दीपक के कटे सिर को सड़क पर रख बैठे रहे। डीएम व एसएसपी धरनास्थल पर पहुंचे तो किसान नेता मांगेराम त्यागी और मुखिया गुर्जर ने पांच मांग रखते हुए डीएम को ज्ञापन सौंप दिया।
इसके बाद चेतावनी भी दी कि नौ अक्तूबर तक मांग पूरी नहीं हुई तो महापंचायत कर अगली रणनीति बनाएंगे। बाद में मंत्री दिनेश खटीक और पूर्व विधायक सत्यवीर त्यागी भी पहुंचे। इसके बाद जाम खुला व खादर में खरखाली घाट पर दीपक के कटे सिर का अंतिम संस्कार किया गया।
परीक्षितगढ़ थानाक्षेत्र के खजूरी गांव निवासी किसान धीरेंद्र त्यागी उर्फ भगतजी के अविवाहित बेटे दीपक त्यागी (22) का सिर कटा शव 27 सितंबर को जंगल में मिला था। परिजनों ने पोस्टमार्टम के बाद धड़ का अंतिम संस्कार कर दिया था। इसके बाद सातवें दिन सोमवार को पुलिस ने फैमीद नट और आसिफ को गिरफ्तार कर दीपक का कटा हुआ सिर बरामद कर लिया था।
पुलिस ने खुलासा किया कि बेटी के साथ संबंध के शक में फैमीद ने दीपक का सिर तलवार से काट दिया। पुलिस के खुलासे पर पीड़ित परिवार और ग्रामीणों ने सवाल उठाए और सोमवार शाम करीब छह बजे पोस्टमार्टम के बाद लाए गए दीपक के सिर को किला रोड पर रख जाम लगा दिया। यह धरना, प्रदर्शन और जाम मंगलवार को छह बजे के बाद खत्म हुआ।
वहीं मंगलवार दोपहर ही डीएम दीपक मीणा और एसएसपी रोहित सिंह सजवाण मौके पर पहुंचे। पीड़ित परिवार से दोनों अधिकारियों से बातचीत की। मांग रखी गई कि असली हत्यारों को गिरफ्तार करो। सीबीआई या एनआईए से हत्याकांड की जांच कराकर दीपक को इंसाफ दिलाया जाए। पीड़ित परिजनों के लिए एक करोड़ मुआवजे और सरकारी नौकरी की मांग की। डीएम सभी मांग को पूरा करने का आश्वासन देकर वहां से चले गए।
इसके बाद मांगेराम त्यागी, मुखिया गुर्जर ने ग्रामीणों को समझाया कि अब सिर का अंतिम संस्कार करें। तभी मंत्री और पूर्व विधायक के आने की खबर वहां पहुंची। दोनों नेता भी कार्यकर्ताओं के साथ पहुंच गए। पीड़ित परिवार को समझाया और आश्वासन दिया कि इंसाफ दिलाने में वह उनके साथ हैं।